उत्तर प्रदेश

सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डा के निर्माण में अडंगा, 18 करोड में खरीदी गई थी जमीन

Shantanu Roy
27 Sep 2022 11:50 AM GMT
सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डा के निर्माण में अडंगा, 18 करोड में खरीदी गई थी जमीन
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मुजफ्फरनगर। जनपद में सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डा बनने जा रहा है। बस अड्डे के जल्द निर्माण के लिए मुजफ्फरनगर रोडवेज डिपो के अधिकारियों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। 18 करोड़ रुपये में 17 बीघा जमीन भोपा रोड पर खरीद ली गई है। लेकिन अब एमडीएम ने कृषि भूमि बताकर सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डे के निर्माण पर रोक लगा दी है। जिसके चलते सरकार का ये ड्रीम प्रोजेक्ट अधर में लटक गया है। रोडवेज ने कमर्शियल भूमि के लिए विभाग को प्रपोजल भेज है। यहां बस अड्डा बनने से एक ओर जहां लोगों को शहर के जाम से मुक्ति मिलेगी, वहीं उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा व अन्य प्रदेशों के यात्रियों को लंबी यात्रा के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। मुजफ्फरनगर में रोडवेज बस अड्डा, डिपो और वर्कशाप एक साथ है और यह तीनों ही शहर के बीच में है। यहां दिन रात विभिन्न मार्गों के लिए बसों का संचालन शुरू हो जाता है। दोपहर से शाम तक तो बसों का संचालन चरम पर रहता है। इससे बस अड्डे के आसपास और शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। बस अड्डे में पीछे की तरफ वर्कशाप भी बनी है, जहां दर्जनभर बसें हमेशा खड़ी रहती है।
इसी समस्या को देखते हुए रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने नया रोडवेज अड्डा बनाने का प्रस्ताव दिया था। इसे परिवहन विभाग ने मंजूर कर लिया और 18 करोड़ में 17 बीघा जमीन खरीदकर नया बस अड्डा बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। लेकिन अब यहां रोडवेज बस अड्डे की भूमि को लेकर पेंच फंस गया है। सेटेलाइट बस अड्डे की भूमि को एमडीए ने कृषि भूमि बताकर निर्माण पर रोक लगा दी है। जिसके चलते अब सेटेलाइट बस अड्डे की भूमि को कमर्शियल के शासन को प्रपोजल भेजा गया है। डिपो वरिष्ठ प्रभारी राजकुमार तोमर ने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सटेलाइट बस अड्डे से उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि प्रदेशों व दूरस्थ स्थानों के लिए रोडवेज बसें मिलेंगी। शहर में बने रोडवेज बस अड्डे से आसपास के जिलों में जाने वाली बसें मिला करेंगी। सेटेलाइट बस अड्डा बनने से परिवहन को लेकर जिला हाइटेक हो जाएगा। राज कुमार तोमर, वरिष्ठ केंद्र प्रभारी : भोपा रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर के पास सेटेलाइट बस अड्डा बनाने के लिए विभाग ने 18 करोड़ में 17 बीघा जमीन खरीदी है। लेकिन अभी एमडीए ने कृषि भूमि बता कर अभी बस अड्डे पर रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि विभाग ने इस संबंध में कमर्शियल भूमि के लिए प्रपोजल लखनऊ विभाग को भेज दिया गया है।
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