उत्तर प्रदेश

संक्रामक रोगों की मरीजों की संख्या बीते 50 वर्षों में सबसे अधिक

Admin2
8 Aug 2022 11:12 AM GMT
संक्रामक रोगों की मरीजों की संख्या बीते 50 वर्षों में सबसे अधिक
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : मलेरिया-डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए मंडल में आठ स्पेशल डॉक्टर रणनीति बनाएंगे। मरीजों की जांच के साथ ही प्रसार रोकने के लिए यह टीम सुरक्षा कवच तैयार करेगी। इस मौसम में प्रदेश के कई जिलों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा है। बरेली, बदायूं में मलेरिया का प्रकोप कई वर्षों से रहा है। बीते साल यहां डेंगू ने भी हमला किया था। मरीजों की संख्या बीते 50 वर्षों में सबसे अधिक थी।

संक्रामक रोगों की रोकथाम, मरीजों के लिए इलाज के लिए राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी जिलों से दो-दो डॉक्टरों को लखनऊ में प्रशिक्षण दिया गया है। प्रदेश के 150 डाक्टरों को ट्रीटमेंट एंड केस मैनेजमेंट की ट्रेनिंग मिली है। मीरगंज के डॉ. अंबरीश कुमार शर्मा, क्यारा के डॉ. विनय कुमार पाल ट्रीटमेंट एंड केस मैनेजमेंट का प्रशिक्षण लेकर आ गए हैं। दोनों डॉक्टर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया समेत अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम में मदद करेंगे।
मलेरिया के 324, डेंगू के सात मरीज
मलेरिया और डेंगू के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं। दस्तक अभियान पूरा होने के बाद जिले में मलेरिया रोगियों की संख्या 324 हो गई है। जनवरी से अब तक जिले में डेंगू के सात मरीज मिल चुके हैं। दो मरीज मीरगंज के हैं, जो बीते जुलाई में डेंगू पॉजिटिव आए थे।
source-hindustan


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