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अब अंग्रेजों के जमाने के ड्रेनेज सिस्टम से निजात मिलनी चाहिए
कानपूर न्यूज़: पुराने मोहल्लों में अंग्रेजों के जमाने में पड़े ड्रेनेज सिस्टम से निजात मिलनी चाहिए. हर पांच साल बाद नगर निकाय चुनाव के समय महापौर और पार्षद प्रत्याशी निजात दिलाने का भरोसा दिलाते हैं पर हर बार वोटरों का भरोसा टूट जाता है. व्यापारियों का दर्द आनंदबाग
व्यापारी बोले, पूरे कन्फेक्शनरी बाजार और आसपास के मोहल्लों में पुरानी सीवर लाइनें पड़ी हैं. बारिश में पीरोड तक पानी भर जाता है. पिछले 20 साल से यहां नए ड्रेनेज सिस्टम की मांग की जा रही है, जो अब तक पूरी नहीं हुई है. हर नगर निकाय चुनाव में यह मुद्दा उठता है. अशोक कुकरेजा, दिनेश चंद्र मिश्रा बोले, व्यापारी प्रदेश सरकार को जीएसटी के साथ हाउस टैक्स, सीवर टैक्स देते हैं पर जनप्रतिनिधि वादा कर भूल जाते हैं. निखिल गुप्ता, मनोज आडवाणी, चंद्राकर दीक्षित, राजकुमार डेम्बला, मोनू भाटिया, सौरभ गुप्ता, रमेश चंदवानी, प्रदीप जैन, भूषण शाह बोले कि अब भी इन समस्याओं से पूरा शहर जूझ रहा है.
वोटरों को जनप्रतिनिधियों से किए गए वादों का हिसाब लेना चाहिए. काम करने वाले को चुनें. अशोक कुकरेजा, अध्यक्ष, कानपुर महानगर कन्फेक्शनरी एसोसिएशन
कन्फेक्शनरी बाजार में पूरे प्रदेश का व्यापारी आता है. एक टॉयलेट तक की मांग नहीं पूरी हुई. निखिल गुप्ता, महामंत्री, कानपुर महानगर कन्फैक्शनरी एसोसिएशन
विकास तभी हो सकता है जब महापौर व प्रत्याशी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करें. मनोज आडवाणी, अध्यक्ष, पूज्य सिंधी पंचायत, काकादेव
सड़क खोदने के बाद सरकारी विभाग छोड़ देते हैं. जुझारू प्रत्याशी का चयन करें. रामकुमार चंदानी, चेयरमैन, कानपुर महानगर कन्फेक्शनरी एसोसिएशन
महानगर ट्रेडिंग के लिए पूरे देश में पहचान रखता है. हालात यह है कि बाजारों में दुर्दशा है. चंद्राकर दीक्षित, संगठन महामंत्री, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल
महापौर को दलगत राजनीति से उठकर काम करना चाहिए. उसे सबकी चिंता होनी चाहिए. विकास की सोच रखने वाले को ही चुनें. जगजीत सिंह, व्यापारी नेता