उत्तर प्रदेश

अब माना वन विभाग ने तेंदुआ शहर में

Admin Delhi 1
15 Jan 2023 9:56 AM GMT
अब माना वन विभाग ने तेंदुआ शहर में
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मेरठ: टीपीनगर और कैंट क्षेत्र के बाद अब तेंदुआ मेडिकल के कीर्ति पैलेस कॉलोनी के गेट के बाहर से जाता हुआ दिखाई दिया और वहां के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसे लेकर आसपास के लोगों में पूरे दिन दहशत का माहौल रहा। दहशत के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकले। इसका एक वीडियो शनिवार की सुबह को वायरल हुआ, जिसमें तेंदुआ घूमता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसके बाद लोगों में अफरातफरी का माहौल हो गया और बहुत से लोग सुबह के समय न तो सैर सपाटा करने के लिए निकले और न ही जिम करने।

उधर, वन विभाग के अधिकारियों को भी तेंदुए के पदचिन्ह काली नदी के आसपास मिले हैं। एक्सपर्ट की एक टीम यहां लगा दी गई हैं। पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछा दिया गया हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने उम्मीद जतायी है कि जल्द ही तेंदुआ गिरफ्त में होगा। बता दें कि जागृति विहार सेक्टर आठ और कीर्ति पैलेस के बीच में नाले के ऊपर पुल बना हुआ है। शुक्रवार देर रात्रि 1.29 बजे सीसीटीवी कैमरे में यह तस्वीर कैद हुई है। नाले के पास ही प्रधान की दूध की डेयरी पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लोगों का कहना था कि वायरल हुई वीडियो में कीचड़ से लिपटा हुआ तेंदुआ नाले से बाहर निकलते हुए दिखाई पड़ रहा था।

वन विभाग ने पूरे दिन की कांबिंग, काली नदी के पास मिले पद चिन्ह

मेरठ रेंज के अंतर्गत आने वाले कीर्ति पैलेस के पास नाले की पटरी के बगल में सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से तेंदुए की उपस्थिति की सूचना शनिवार सुबह जब वन विभाग को मिली तो विभाग द्वारा उक्त क्षेत्र एवं उसके आस पास के क्षेत्रों में तेंदुए की गतिविधियों की जांच के लिए सघन कांबिंग पूरे दिन की गई। क्षेत्रीय वन अधिकारी मेरठ की अध्यक्षता व डा. आरके सिंह उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के निर्देशन 3 टीमों का गठन किया गया। टीम ने कीर्ति पैलेस से लेकर काली नदी तक पूरे दिन सर्चिंग कर तेंदुए की उपस्थिति के चिन्ह खोजे।

हापुड़ से आई टीम को मिली तेंदुए के पद चिन्ह खोजने में सफलता: पिछले एक माह से ज्वाला नगर मेरठ कैंट क्षेत्र में आए दिन तेंदुआ नजर आने की वीडियो वायरल हो रही थी। सैन्य क्षेत्र में कई बार तेंदुआ देखने के बाद पिछले 15 दिन से वन विभाग की ओर से टीम का गठन कर कैंट क्षेत्र में कॉम्बिग का काम किया जा रहा था। तेंदुए को खोजने के लिए वन विभाग की ओर से आरवीसी सेंटर के आसपास सात सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। चार दिन पहले चार पिंजरे भी लगाए गए ताकि तेंदुआ पिंजरे में कैद हो जाए लेकिन वन विभाग को वहां कोई सफलता नहीं मिल सकी। इसके तीसरे ही दिन तेंदुआ नाले नाले होता हुए जागृति विहार के कीर्ति पैलेस पहुंच गया।

वन विभाग को जब इसकी सूचना मिली तो वह मौके पर कांबिंग करने के लिए पहुंच गई। मेरठ वन विभाग की ओर से कांबिंग के लिए तीन टीम लगाई गई थी, लेकिन कांबिंग के लिए एरिया ज्यादा होने की वजह से मेरठ वन विभाग की ओर से एक हापुड़ से भी टीम बुलाई गई। जिसने मेरठ टीम के साथ मिलकर पूरे दिन सर्चिंग अभियान चलाया। हापुड़ टीम काली नदी एवं नाले के क्षेत्र में देखे गए पगमार्ग के आधार पर उक्त क्षेत्र की सघन कांबिंग कर रही है। डीएफओ राजेश कुमार ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और रात के समय अकेले सुनसान इलाकों में ना जाए।

पूरे दिन चर्चा का माहौल रहा गर्म: कीर्ति पैलेस के पास लगे कैमरे में तेंदुआ देखने के बाद चारों ओर सूचना फैल गई। जिसकी वजह से पूरे दिन चर्चाओं का माहौल गरम रहा। बाजार और सघन आबादी के बीच फैली दहशत की वजह से लोग बाहर भी कम निकले और बच्चों को भी नहीं निकलने दिया। जागृति विहार सेक्टर आठ निवासी रक्षित ने बताया कि शनिवार को जैसे ही वीडियो वायरल हुई पूरे इलाके में दहशत फैल गई। जागृति विहार के अंतिम छोर से लेकर कीर्ति पैलेस, सेक्टर सात और आठ के आसपास हर जगह तेंदुआ की चर्चा हो रही थी।

इतना ही नहीं तेंदुआ नाले से निकलकर कीर्ति पैलेस के गेट के बाहर ऊपर से छलांग लगाता हुआ सड़क पर कूदा और फिर जागृति विहार एक्सटेंशन की तरफ चला गया। इसकी जानकारी शनिवार सुबह कीर्ति पैलेस के सुरक्षा गार्डों ने कॉलोनी के लोगों को दी और सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ तेंदुआ भी दिखाया। कीर्ति पैलेस आवासीय सोसायटी के अध्यक्ष अनंगपाल तोमर, जागृति विहार व्यापार संघ अध्यक्ष पवन ठेकेदार, छात्र नेता विनीत चपराना, भाजपा नेत्री ममता त्यागी ने वन विभाग से तेंदुए की तलाश में कांबिंग अभियान चलाने और उसे पकड़ने की मांग की।

19 दिन पहले आरवीसी सेंटर में आया था नजर

मेरठ में 19 दिन पहले भी तेंदुए की आहट सुनाई पड़ी थी। यहां के आरवीसी सेंटर में घूमते हुए तेंदुए का एक वीडियो वायरल हुआ था। रात के वक्त लोगों ने आरवीसी कैंपस में उसे घूमते हुए देखा था।

कैंट इलाके में बनी हुई है अभी तक दहशत

कैंट इलाके में 18 दिन पहले भी तेंदुआ दिखाई दिया था। क्षेत्र के एक व्यक्ति ने वन विभाग को कैंट क्षेत्र में तेंदुआ जैसे वन जीव को देखने की सूचना दी थी। सूचना पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने इलाके में कांबिंग की थी, लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आया था।

तेंदुआ की दहशत से सड़कें हुई सूनी

तेंदुए की दहशत के कारण कई सड़कें सूनी हो गईं। वाहन चालकों ने भी दूसरे मार्गों से आना-जाना शुरू कर दिया था। बता दे कि गढ़ रोड पर बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही रहती है। वहीं, आबादी क्षेत्र होने के कारण यहां लोगों की रिहाइश भी है। ऐसे में कॉलोनियों में भी लोग दहशत में हैं।

ज्वालानगर में कॉलोनी में एक माह पहले आया था तेंदुआ

लगभग एक महीने पहले मेरठ में रात ढाई बजे शहर के बीच घनी आबादी में तेंदुआ घुस गया था। इससे लोगों में दहशत फैल गई थी। रात ढाई बजे टीपी नगर थाने के पीछे ज्वाला नगर में तेंदुआ देखा गया था। कॉलोनी में लगे सीसीटीवी में तेंदुआ घुमता हुआ कैद हुआ था। वह एक कुत्ते को भी दौड़ा रहा था।

तेंदुए को पकड़ने के लिए लगाई टीम: डीएम

मेरठ में तेंदुए की दस्तक के बाद लोगों में दहशत व्याप्त है। वन विभाग पिछले एक माह से शहर में तेंदुआ तेंदुआ खेल रहा है, लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आ रहा है। तेंदुए को लेकर डीएम दीपक मीणा ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि तेंदुआ सिर्फ एक हैं

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