उत्तर प्रदेश

अब छात्र बीटेक से पीएचडी तक की डिग्री 5.5 साल में कर सकेंगे हासिल, IIIT प्रयागराज ने एडमिशन के लिए जारी किया नोटिफिकेशन

Renuka Sahu
17 July 2022 1:43 AM GMT
Now students will be able to get degree from BTech to PhD in 5.5 years, IIIT Prayagraj has issued notification for admission
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फाइल फोटो 

ट्रिपलआईटी ने अनूठा लचीला शैक्षणिक बीटेक इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम तैयार किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ट्रिपलआईटी ने अनूठा लचीला शैक्षणिक बीटेक इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम तैयार किया। छात्र न्यूनतम साढ़े पांच साल में बीटेक से लेकर पीएचडी तक की डिग्री हासिल कर सकेंगे। एडमिशन नोटिफिकेशन जारी किया गया।

ट्रिपलआईटी ने अनूठा लचीला शैक्षणिक बीटेक इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम तैयार किया है। अब एक दाखिले में छात्र न्यूनतम साढ़े पांच साल में बीटेक से लेकर पीएचडी तक की डिग्री हासिल कर सकेंगे। पाठ्यक्रम के संचालन को मंजूरी मिल गई है। शैक्षिक सत्र 2022-23 में 50 सीटों के सापेक्ष प्रवेश होगा। इसके लिए संस्थान ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नया पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया गया है। दावा है कि अमेरिका की तर्ज पर तैयार नया पाठ्यक्रम परंपरागत बीटेक कोर्स से अलग होगा। इस तरह का पाठ्यक्रम शुरू करने वाला ट्रिपलआईटी प्रयागराज पहला संस्थान है।
संस्थान के इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन (ईसी) ब्रांच के प्रो. नीतेश पुरोहित ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक का लचीला शैक्षणिक कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें दाखिला जेईई मेन के आधार पर जोसा (ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी) के जरिए होगा। शैक्षिक सत्र 2022-23 में 50 सीटों पर प्रवेश होगा। इनमें 25 सीट बीटेक आईटी (इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी), 25 सीट बीटेक ईसी ब्रांच (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन) की है।
प्रो. पुरोहित ने बताया कि 160 क्रेडिट पर बीटेक की डिग्री, 224 क्रेडिट पर एमटेक की डिग्री प्रदान की जाएगी। 260 क्रेडिट प्लस 12 रिसर्च क्रेडिट पर पीएचडी डिग्री प्रदान की जाएगी। छात्र एक सेमेस्टर में अधिकतम 24 क्रेडिट अर्जित कर सकता है, इस प्रकार लगभग साढ़े पांच साल में वह पीएचडी की डिग्री हासिल कर लेगा। साथ ही छात्र जितने क्रेडिट अर्जित करेगा, उतनी उसको डिग्री मिलेगी। 120 क्रेडिट अर्जित करने पर भी छात्रों को बीसीए अथवा बीएससी कम्प्यूटर साइंस की डिग्री देने का विचार है।
प्रो. पुरोहित ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में अनेक तरह के माइनर और स्पेशलाइजेशन का चुनाव करने की सुविधा रहेगी। एक बार कोई डिग्री लेकर निकल चुके छात्र को पुनः आगे की पड़ाई करने के लिए बिना किसी अतिरिक्त प्रवेश परीक्षा के प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए इन छात्रों को रेगुलर या वर्किंग प्रोफेशनल मोड में अध्ययन की सुविधा रहेगी।
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