उत्तर प्रदेश

Noida: मंडल में सड़क दुर्घटनाएं तीन साल से थम नहीं रहीं

Admindelhi1
31 Dec 2024 5:28 AM GMT
Noida: मंडल में सड़क दुर्घटनाएं तीन साल से थम नहीं रहीं
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"मंडल में सड़क दुर्घटनाओं पर नहीं लग रहा अंकुश"

नोएडा: सड़क सुरक्षा पर रोजाना होने वाली कोशिशें नाकाम हो रही है. मंडल में सड़क दुर्घटनाएं तीन साल से थम नहीं रहीं हैं. साल 2024 में बिजनौर व अमरोहा जिले में सड़कें हादसो में सर्वाधिक लाल हुईं. से नवंबर माह में 614 दुर्घटनाओें ने 357 लोगों जान ली. पिछले साल के मुकाबले इस बार 13.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई. घायलों में 30.65 प्रतिशत का आंकड़ा रिकॉर्ड किया गया. सर्वाधिक हादसों का कारण दुपहिया वाहन हैं. इसे बिजनौर के बाद अमरोहा में पिछले सालों की तुलना में इस बार 5.5प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. अमरेाहा में इस अवधि में 373 सड़क हादसों ने 230 लोगों की जिंदगियां निगल लीं. जबकि मुरादाबाद, रामपुर व संभल में सड़क दुर्घटनाओं में लोग घायल हो गए.

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित कमेटी ऑन रोड सेफ्टी की ओर से सड़क दुर्घटनाएं व मृतकों की संख्या में वृद्धि का पता लगाने के लिए कारणों को चिह्नित किया जा रहा है. कमेटी का मकसद यह कि पिछले साल के तुलना में 10 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पर शासन व प्रशासन स्तर पर सड़क सुरक्षा को लेकर होने वाली सारी मशक्कत नाकाम है. कमी तो दूर जिला व मंडल स्तर पर भी सड़क दुर्घटनाओं में पिछले साल के आंकड़े को रोका नहीं जा सका है. मुरादाबाद में 2024 में 440 सड़क दुर्घटनाओं में 248 की मौत व 390 लोग घायल हो गए. दुर्घटना व घायलों की संख्या बढ़ी है. पर मृतक संख्या घटी.

कोहरे और सर्दी के मौसम में सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. इस बात के प्रयास हैं कि ब्लैक स्पॉट व एक्सीडेंट जोन में सड़क सुरक्षा के उपाय-रंबल स्ट्रिप, कैट आइस आदि बनवाकर दुर्घटनाओं को रोका जाए. खासकर दोपहिया वाहनों के लिए सर्दी का समय जोखिम भरा है. ऐसे मौसम में बाइक को तेज दौड़ाने से चालक बचें.-सुभाष चन्द्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक.

हादसों के पांचों जिलों के आंकड़ों पर नजर

वर्ष सड़क दुर्घटना मृतक संख्या घायलों की संख्या

2022 2038 1341 1607

2023 2035 1314 1538

2024 2144 1312 1898

● यह भी एक वजह ब्लैक स्पॉट पर अपेक्षाकृत सुधार न किया जाना, ऑडिट न होने से नहीं आ रही हादसों में कमी

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