उत्तर प्रदेश

Noida: पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने नाबालिग घरेलू सहायिका को दंपति से मुक्त कराया

Admindelhi1
13 Nov 2024 7:40 AM GMT
Noida: पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने नाबालिग घरेलू सहायिका को दंपति से मुक्त कराया
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चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आदेशानुसार पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी

नोएडा: नोएडा के थाना सेक्टर-142 क्षेत्र के सेक्टर-137 में स्थित लॉजिक्स ब्लाॅसम सोसायटी में रहने वाले एक दंपति के घर में काम करने वाली 11 वर्षीय बच्ची को पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने रेस्क्यू करके बाल श्रम से मुक्त कराया है। उसे सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया जा रहा है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आदेशानुसार पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी।

जानकारी के अनुसार थाना सेक्टर-142 क्षेत्र में के सेक्टर-137 में स्थित एक सोसायटी में रहने वाले दंपति के घर में बिहार के बोकारो की रहने वाली 11 वर्षीय बच्ची करीब 2 वर्ष से काम कर रही थी। किसी बात से नाराज दंपति ने बच्ची के साथ मारपीट की। बच्ची उदास होकर पार्क में घूम रही थी, तभी सोसायटी में रहने वाले कुछ लोगों ने उसे देखा तथा पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचित किया।

टीम ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन के लोगों ने बच्ची को रेस्क्यू करके अपने कब्जे में लिया तथा उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया। किशोरी का डाक्टरी परीक्षण करवाया जा रहा है। सीडब्लूसी के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। भारत में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से श्रम करवाना दंडनीय अपराध है।

चाइल्ड हेल्पलाइन के पर्यवेक्षक युवराज कुमार ने बताया कि लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया, जिसने उसे भंगेल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल जांच के लिए भेजा। बाद में उसे बाल देखभाल गृह भेज दिया गया। उनके अनुसार लड़की के माता-पिता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे बहुत गरीब है। उसके दो भाई परिवार के साथ बोकारो में रहते हैं। जबकि वह यहां पर 5 हजार रुपए प्रति माह की वेतन पर काम करने के लिए आई थी। यह पैसा वह अपनी मां को भेजती थी। उन्होंने बताया कि आरोपी दंपति भी झारखंड के रहने वाले हैं। उन्होंने 2 साल पहले लड़की को पूर्ण कालिक घरेलू सहायिका के रूप में नियुक्त किया था।

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