उत्तर प्रदेश

Noida: Hackers ने नोएडा के इस बैंक से उड़ा दिए करोड़ों रूपए

Admindelhi1
17 July 2024 10:07 AM GMT
Noida: Hackers ने नोएडा के इस बैंक से उड़ा दिए करोड़ों रूपए
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अब बैंकों में भी सुरक्षित नहीं आपकी खून-पसीने की कमाई

नॉएडा क्राइम न्यूज़: देश में लोग अपने पैसे जमा करने के लिए बैंकों पर भरोसा करते हैं और अपनी मेहनत की कमाई बैंकों में रखकर बेफिक्र रहते हैं। हालांकि, एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे लोगों में बैंकों में जमा अपने पैसे को लेकर चिंता पैदा हो सकती है। साइबर अपराधियों ने एक बैंक का सर्वर हैक कर 16.50 करोड़ रुपये उड़ा लिए हैं। 16.5 करोड़ रुपये की यह रकम कुल 5 दिनों तक RTGS सिस्टम को हैक करके बैंक से चुराई गई और 89 खातों में ट्रांसफर कर दी गई।

क्या है पूरा मामला- किस बैंक में हुई साइबर डकैती?

दिल्ली-एनसीआर से सटे नोएडा में नैनीताल बैंक की एक शाखा से साइबर डकैती के जरिए 16.50 करोड़ रुपये लूट लिए गए हैं। बैंक अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। नैनीताल बैंक की सेक्टर 62 शाखा के आईटी मैनेजर ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि 16 से 20 जून के बीच बैंक के सर्वर को हैक कर कुल 16.50 करोड़ रुपये अलग-अलग बैंक खातों में भेजे गए।

कैसे पता चला साइबर ठगी का मामला?

नैनीताल बैंक के आईटी मैनेजर सुमित कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 17 जून को बैंक में रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) खाते के नियमित मिलान के दौरान बैलेंस शीट में 3 करोड़ 60 लाख 94 हजार 20 रुपये का अंतर पाया गया। इसके बाद आरटीजीएस टीम ने कोर बैंकिंग सिस्टम (सीबीएस) में हुए लेन-देन की जांच स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम (एसएफएमएस) सर्वर से की। बैंक में बैलेंस शीट का मिलान किया गया तो यह फर्जीवाड़ा सामने आया। बैंक के आईटी मैनेजर ने साइबर क्राइम थाने के साथ ही सीईआरटी-इन (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) और अन्य प्रमुख एजेंसियों से इसकी शिकायत की है।

बैंक में हुई ठगी के मामले पर पुलिस का क्या कहना है?

इस मामले में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी साइबर क्राइम) विवेक रंजन राय ने बताया कि पुलिस ने इस अपराध की जांच शुरू कर दी है। अब तक की जांच में पता चला है कि जून में चुराई गई रकम 89 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की गई थी। इस अपराध को अंजाम देने वालों ने हैक किए गए सर्वर का इस्तेमाल किया और बैंक मैनेजर की लॉग-इन आईडी और पासवर्ड हासिल करने के बाद बैंक से 16.50 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर लिए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है।

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