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Noida: एटीएस प्रिस्टिन सोसाइटी के हैंडओवर को लेकर एक बार फिर विवाद हुआ
नोएडा: सेक्टर-150 की एटीएस प्रिस्टिन सोसाइटी के हैंडओवर को लेकर एक बार फिर विवाद हो गया. आरोप है कि बिल्डर प्रबंधन के लोग कुछ दबंगों और पुराने कर्मचारियों को लेकर सोसाइटी पर कब्जा लेने पहुंच गए. अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (एओए) और सुरक्षाकर्मियों ने इसका विरोध करते हुए हैंडओवर देने से इनकार कर दिया.
पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत किया और बिल्डर पक्ष के लोगों को चौकी पर लाकर चेतावनी दी. एटीएस प्रिस्टिन सोसाइटी में मई में एओए का गठन हुआ. इसके बाद एओए ने को सोसाइटी का हैंडओवर लिया. उस समय भी बिल्डर प्रबंधन ने हंगामा कर इसका विरोध किया था. एओए प्रबंधन ने कहा कि बिल्डर के लोग कुछ दबंगों और पुराने कर्मचारियों को लेकर आए और जबरन सोसाइटी पर कब्जा लेने का प्रयास किया.
एओए ने इसे नियम विरुद्ध बताते हुए विरोध किया. उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर और प्राधिकरण की साठगांठ है. बिल्डर प्रबंधन प्राधिकरण का एक पत्र लेकर आया था, जिसमें लिखा था कि जब तक अधिभोग प्रमाणपत्र (ओसी) जारी नहीं होता, तब तक वह हैंडओवर नहीं ले सकते. जबकि सोसाइटी की ओसी पहले ही जारी हो चुकी है. हालांकि, प्राधिकरण ने बिल्डर द्वारा गंगाजल का कनेक्शन न लेने पर इसे निलंबित कर दिया था. एओए ने आपस में पैसा एकत्र कर जून में ही एक करोड़ 82 लाख रुपये जमा कर गंगाजल का कनेक्शन ले लिया और ओसी को बहाल करने का पत्र भी प्राधिकरण को दे दिया. प्राधिकरण ने जानबूझ कर ओसी बहाल नहीं की.
एओए के पदाधिकारियों का कहना है कि नियमों के तहत सोसाइटी का हैंडओवर लिया है. पूर्व में जब सोसाइटी की व्यवस्था बिल्डर के पास थी, तो लिफ्ट खराब रहती थी. सुरक्षा को लेकर लोग डरे रहते थे. बिजली समस्या समेत कई दिक्कतें बनी रहती थीं.
बिना एनओसी के अधूरे फ्लैट देने का भी आरोप: एटीएस प्रिस्टिन सोसाइटी की एओए ने बिल्डर पर आरोप लगाया कि वह प्रोजेक्ट के फेज दो में लोगों को बिना काम पूरा किए ही फ्लैट दे रहा है और इन फ्लैटों के लिए अब तक सभी एनओसी भी नहीं ली गई. अग्निशमन विभाग से भी फेज दो को एनओसी नहीं मिली है और फ्लैटों पर लोगों को कब्जा दिया जा रहा. इसके अलावा ट्रांसफर चार्ज के नाम पर भी लोगों से 1800 रुपये प्रति स्क्वायर फुट तक की अवैध वसूली हो रही. इसको लेकर एओए औद्योगिक विकास मंत्री, प्राधिकरण और अग्निशमन विभाग से भी शिकायत कर रही है.
प्राधिकरण से पत्र आया था कि जब तक ओसी नहीं आ जाता, तब तक सोसाइटी का हैंडओवर नहीं हो सकता. इसको लेकर हम सोसाइटी गए, लेकिन उन्होंने हमारी नहीं सुनी. हम हैंडओवर देने के लिए मना नहीं कर रहे, लेकिन यह नियमों के तहत होना चाहिए. इस मामले में हम फिर से प्राधिकरण के सामने अपना पक्ष रखकर आगे की कार्रवाई कराएंगे.
-सैयद अख्तर, बिल्डर प्रबंधन, एटीएस प्रिस्टिन सोसाइटी
विवाद की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. सोसाइटी पहुंचे कुछ लोगों को पुलिस चौकी लाया गया. दोनों पक्षों को चेतावनी दी गई है कि वे हंगामा न करें. अब हंगामा करने पर शांतिभंग की कार्रवाई की जाएगी. -थानाध्यक्ष, नॉलेज पार्क
पैसा जमा होने के बाद भी ओसी बहाल करने की प्रक्रिया कहां अटकी है, यह फाइल देखकर बता पाएंगे. मामले का पता कर समाधान किया जाएगा. -सतीश पाल, एसीईओ, नोएडा प्राधिकरण