उत्तर प्रदेश

Noida: बिना कोचिंग एक ही गांव के 33 युवाओं ने पुलिस भर्ती परीक्षा पास की

Admindelhi1
3 Dec 2024 7:14 AM GMT
Noida: बिना कोचिंग एक ही गांव के 33 युवाओं ने पुलिस भर्ती परीक्षा पास की
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सभी युवा गांव की ग्रामीण पाठशाला द्वारा संचालित निशुल्क पुस्तकालय में पढ़ाई करते थे.

नोएडा: कठिनाइयों से पीछे न हटने वालों को ही लक्ष्य प्राप्त होता है. इस वाक्य को सच में साबित कर दिखाया है, अस्तौली गांव के युवाओं ने. गांव के 33 युवाओं का उत्तर प्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा में चयन हुआ है. युवाओं ने बिना किसी कोचिंग के परीक्षा पास की. सभी युवा गांव की ग्रामीण पाठशाला द्वारा संचालित निशुल्क पुस्तकालय में पढ़ाई करते थे.

दनकौर ब्लॉक स्थित अस्तौली गांव के युवाओं ने बड़ी सफलता हासिल की है. 21 को यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ. इसमें जनपद के अस्तौली गांव के 33 युवाओं ने उत्तर प्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की है. इसके बाद से गांव में खुशी की लहर है. बिल्लू, मनीष, आकाश, कविता, कुलवंत, अरविंद, संध्या, रिंकू, मनीष, शीतल, अंकित, सौरभ, बबली, गौरव, भूपेंद्र, मनीषा, शीला, आकाश, विक्की, नितिन, भावना, अभिषेक, हिमांशु, मोहित, मनीष, हर्ष, मनीष, सौरभ, मोनी, राहुल, अंकित, मोहित शर्मा और मानवी ने परीक्षा पास की है.

छात्रों के लिए निशुल्क में दी पुस्तक अस्तौली गांव के अंदर ग्राम पाठशाला द्वारा निशुल्क पुस्तकालय बनाया गया है. इसमें गांव के सभी युवाएं आकर अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. इनमें कई युवा ऐसे हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह किताबें नहीं खरीद पाए थे. गांव के निवासी अंकित भाटी ने बच्चों को परीक्षा की तैयारी करने में कोई असुविधा न हो इसके लिए सभी विषय की निशुल्क पुस्तकालय लाइब्रेरी में रखवाई. इससे सभी बच्चे अपनी तैयारी करते. शिक्षक होने के नाते अंकित सभी छात्रों को लाइब्रेरी में जाकर उनकी तैयारी करने में भी मदद करते. जिस सहयोग के कारण सभी छात्रों ने परीक्षा पास की.

गांव की बेटियां भी पीछे नहीं रहीं, सात का चयन: उत्तर प्रदेश पुलिस लिखित परीक्षा में अस्तौली गांव की बेटियां भी पीछे नहीं रहीं. 33 बच्चों में से सात लड़कियां ऐसी हैं, जिन्होंने परीक्षा में सफलता हासिल की है. कविता, शीतल, मनीषा, शीला, भावना, मोनी और मानवी ने परीक्षा पास की है. जो कि गांव की बाकी लड़कियों के लिए मिसाल बन गई हैं. जिन्हें देखकर अब और भी लोग अपनी बेटियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए तैयार है. वहीं, जो लड़कियां तैयारी कर रही हैं, उनको उनसे प्रेरणा मिलेगी और वह भी अपनी परीक्षा में सफलता हासिल करेंगे.

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