- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- सेनेटरी अफसर से छह माह...
सेनेटरी अफसर से छह माह में सात बार स्पष्टीकरण के बावजूद सफाई में सुधार नहीं
मथुरा: शहर की सफाई व्यवस्था अभी तक पटरी पर नहीं आ सकी है. भले ही नगर निगम ने पांच जोनों में सफाई का काम बड़ी कम्पनी को दे दिया है, लेकिन अभी भी लोकल ठेकेदार काम कर रहे हैं. जिससे शहर की साफ सफाई नहीं हो पा रही है.
हजरतगंज, कैसरबाग, अमीनाबाद, नरही, विधायक निवास दारुलशफा जैसे प्रमुख इलाके में भी कचरा नहीं उठ रहा है. इस वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है. स्थिति यह है कि जोनल सेनेटरी अफसर और सफाई इंस्पेक्टर से छह महीने में सात बार स्पष्टीकरण मांगा गया. फिर भी स्थिति नहीं सुधरी. राजधानी में साफ सफाई के लिए हैदराबाद की कंपनी रामकी को पांच जोन में काम दिया गया है लेकिन अभी तक इस कंपनी ने जिम्मेदारी नहीं संभाली है. लोकल ठेकेदार ही साफ सफाई का काम कर रहे हैं. यह न तो कचरा उठा रहे हैं और न सफाई कर रहे हैं.
नगर निगम के सफाई इंस्पेक्टर व जोनल सेनेटरी अफसर भी इनके साथ मिले हुए हैं. यही वजह है कि सफाई प्रभावी ढंग से नहीं हो रही है. जोन एक हजरतगंज क्षेत्र की स्थिति यह है कि यहां के सफाई इंस्पेक्टर और जोनल सेनेटरी अफसर से खुद अपर नगर आयुक्त स्पष्टीकरण मांग चुके हैं. नोटिस दे चुके हैं लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है.
मंत्री और अफसर भी कूड़े से हो रहे परेशान
अपर नगर आयुक्त ललित कुमार ने जोनल सेनेटरी अफसर कुलदीपक सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर लिखा है कि लखनऊ प्रभारी मंत्री, अधिकारी जब भी निरीक्षण पर निकलते हैं तो जगह-जगह गंदगी मिलती है. कुलदीपक सिंह से फिर स्पष्टीकरण मांगा. इस बार चेतावनी देकर लिखा है कि क्यों न उनके निलंबन की कार्रवाई शासन को संदर्भित कर दी जाए.
ब्लैक लिस्ट का नोटिस
हजरतंगज की जिम्मेदारी वर्षा इंटरप्राइजेज के पास है. कंपनी सफाई नहीं कर पा रही है. कूड़ा नहीं उठा है. अपर नगर आयुक्त ललित कुमार ने नोटिस जारी कर लिखा है कि क्यों न उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए.