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बस्ती: सरकार ने एक अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए विभिन्न छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर पहले की ही तरह 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा.
वित्त मंत्रालय ने इस संदर्भ में अधिसूचना जारी की. इसके मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें चौथी तिमाही (जनवरी-, 2024) के लिए अधिसूचित दरों के समान होंगी.
सात तिमाही में पहली बार बदलाव नहीं सरकार हर तिमाही में मुख्य रूप से डाकघरों में संचालित छोटी बचत योजनाओं पर देय ब्याज दरों को अधिसूचित करती है. सात तिमाहियों में यह पहली बार हुआ कि जब सरकार ने इन छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी नही की है.
पिछली बार इनमें वृद्धि पिछली बार तिमाही के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों बढ़ोतरी की थी. वित्त मंत्रालय ने जनवरी से 2024 तिमाही के लिए इस योजना की ब्याज दर 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.20 फीसदी कर दी थी. इसके अलावा तीन साल टाइम डिपॉजिट के लिए ब्याज दरें 7 फीसदी से 7.1 फीसदी की गई थी. डाकघर की छोटी बचत योजनाओं के लिए वित्त मंत्रालय हर तिमाही के लिए दरों का ऐलान करता है.
इस कारण बदलाव नहीं
अधिकारियों के अनुसार, पीपीएफ ब्याज दर में ज्यादा बढ़ोतरी न होने का कारण यह है कि इस योजना में टैक्स के बाद रिटर्न अधिक है. उच्चतम कर दायरे के मामले में यह लगभग .32 फीसदी तक पहुंच जाता है. इसे देखते हुए ब्याज दर में बदलाव नहीं किया जाता है.
इन परसभी की नजर
वर्तमान में सरकार डाकघर बचत, पीपीएफ, सुकन्या, वरिष्ठ नागरिक, राष्ट्रीय बचन पत्र समेत तरह की छोटी बचत योजनाएं चला रही है.