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नवजात बच्चे की फेफड़े नहीं हुए थे विकसित, डाक्टरों ने बचाई जान

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : अलीगढ़ में मात्र 28 सप्ताह में जन्में 990 ग्राम के नवजात के लिए डाक्टर फिर भगवान बन गए। मसूदाबाद चौराहा स्थित मक्खनलाल हास्पिटल में जन्मे नवजात के फैंफड़े तक विकसित नहीं हुए थे। सीजेरियन आपरेशन के बाद उसे रेस्पायरेट्री सिस्टम पर रखा गया, जो अब स्वस्थ है। जल्द ही उसे डिस्चार्ज किया जाएगा।गूलर रोड, गली नंबर चार निवासी योगेश की गर्भवती पत्नी को पिछले दिनों प्रसव पीढ़ा शुरू हो गई, जबकि उसे केवल 28 सप्ताह (सात माह से भी कम) का गर्भ था। स्वजन उसे मक्खनलाल हास्पिटल ले गए। वरिष्ठ बाल एवं नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डा. सुनील गुप्ता व स्त्री-प्रसूता रोग विशेषज्ञ डा. अंजू गुप्ता ने सीजेरियन डिलीवरी का निर्णय लिया। नार्मल डिलीवरी में काफी रिस्क थे। स्वजन को सभी खतरों से अवगत करा दिया। उनकी सहमति से डिलावरी कराई गई। सुपर हाईरिस्क बेबी का वजन मात्र 990 ग्राम व लंबाई 25 सेमी. ही थी। उसे सांस लेने में कठिनाई व दिल की धड़कन बढ़ी हुई थी। जांच में पता चला है कि उसके फैंफड़े पूरी तरह विकसित नहीं हुए हैं। इसके लिए जरूरी इंजेक्शन देने के बाद रेस्पायरेट्री सिस्टम पर रखा गया। करीब चार दिनों तक उसे कृत्रिम आक्सीजन पर ही रखा गया। नली से दूध दिया गया।
सोर्स-jagran