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का जिम्मा नई एजेंसी को मिलेगा
उत्तरप्रदेश सेक्टर-94 स्थित एनिमल शेल्टर का जिम्मा नई एजेंसी संभालेगी. एजेंसी चयन के लिए नोएडा प्राधिकरण ने आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी कर दी है. इसमें हिस्सा लेने वाली एजेंसी 12 तक आवेदन कर सकती हैं. इसके अगले दिन 13 को आरएफपी खोली जाएगी.
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि चयनित होने वाली एजेंसी एनिमल शेल्टर के संचालन और मरम्मत का जिम्मा संभालेगी. एनिमल शेल्टर में रहने वाले बीमार पशुओं का इलाज और बेहतर तरीके से हो सके, इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने इसका बजट बढ़ाने का निर्णय लिया था. अब हर महीने 35 लाख रुपये एजेंसी को प्राधिकरण दिया करेगा. अभी तक प्राधिकरण 15 लाख रुपये महीना देता था. एजेंसी काफी समय से बजट बढ़ाने की मांग कर रही थी.
अधिकारियों ने बताया कि 35 में 25 लाख नोएडा और 10 लाख ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण देगा. शेल्टर में दोनों शहरों के पशुओं का इलाज किया जाता है. इस शेल्टर की क्षमता करीब 1600 पशुओं के रखने की है. अभी जिस एजेंसी के पास इस शेल्टर को संचालित करने का जिम्मा है, वही पशुओं के इलाज में प्रयोग होने वाली सभी तरह की डॉक्टर व दवाइयां देती है.
एओए चुनाव के आठ माह बाद मतों की गिनती हुई
सेक्टर-74 स्थित ग्रैंड अजनारा हेरिटेज सोसाइटी में करीब आठ माह बाद बैलेट बॉक्स खोलकर मतों की गिनती की गई. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर यह प्रक्रिया हुई. इसमें अभिनव सैनी के पैनल ने जीत हासिल की और नई एओए का गठन किया.
दरअसल, ग्रैंड अजनारा हेरिटेज सोसाइटी की पुरानी कार्यकारिणी का कार्यकाल अगस्त 2022 में समाप्त हो गया था. इसके बाद एओए को कालातीत घोषित कर दिया गया था. फिर यमुना प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक एके सिंह को चुनाव अधिकारी नामित हुए. सोसाइटी निवासियों ने बताया कि विवाद जब शुरू है कि चुनाव अधिकारी ने अपना ही पिछला आदेश बदलते हुए जिन फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हुई थी, उनके नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए.
चुनाव अधिकारी के इस आदेश के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राहत देते हुए सभी फ्लैट्स जिनकी रजिस्ट्री नहीं हुई है उनके नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के आदेश 21 फरवरी को दिए थे. इसके साथ ही 26 फरवरी को चुनाव कराने के आदेश दिए गए. आदेश के अनुसार मतदान होने के बाद चुनाव अधिकारी ने बिना किसी कारण के मतगणना नहीं होने दी और बैलेट बॉक्स सील करा दफ्तर में रखवा दिए.
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