उत्तर प्रदेश

भारत में आकर नेपाल की लड़की की बदली जिंदगी

jantaserishta.com
9 May 2022 4:35 AM GMT
भारत में आकर नेपाल की लड़की की बदली जिंदगी
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लखनऊ: आंतों की दुर्लभ बीमारी (हिर्शपरंग डिजीज) से पीड़ित नेपाल की 16 साल की किशोरी को पीजीआई के पेटरोग विशेषज्ञ डॉ. आकाश माथुर ने नया जीवन दिया है। किशोरी को जन्म से पेट में कब्ज की समस्या थी। दो साल की उम्र से ही किशोरी के मल से रक्तस्राव हो रहा था। अब किशोरी को दोनों समस्याओं से निजात मिल गई है।

मरीज की बीमारी व उपचार का खुलासा अंसल एपीआई में आयोजित इंडियन मिलिट्री एंड फंक्शनल डिजीज एसोसिएशन के वार्षिक अधिवेशन में पीजीआई के गैस्टोइंट्रोलॉजिस्ट डॉ. आकाश माथुर ने किया। कांफ्रेंस में मौजूद डॉक्टरों ने इसे सराहा। इस मामले को वह शोध पत्र में प्रकाशित करने के लिए भेजेंगे।
डॉ. आकाश के मुताबिक नेपाल निवासी किशोरी को वहां फायदा न होने पर परिजन बेटी को लेकर पीजीआई पहुंचे। कई जाँच कराने पर पता चला कि किशोरी की आँतों के एक हिस्से की चाल काफी धीमी थी। जिसके कारण उसे कब्ज़ियत की समस्या थी। चिकित्सा भाषा में इस बीमारी को हिर्शपरंग डिजीज कहते हैं। इसमें आंत के एक हिस्से में गैंगलीओन सेल नहीं होने के कारण उस हिस्से में चाल नहीं आ पा रही थी। मेकल डाईवर्टिकुलम नामक स्थिति के कारण आँतों में रक्त का स्त्राव हो रहा था। डॉ. आकाश ने बीमारी की जड़ तक पहुंच कर मरीज़ का इलाज किया। किशोरी को आंतों से जुड़ी दो समस्याएं थी। इंडियन मोटैलिटी एंड फंक्शनल डिजीज एसोसिएशन के वार्षिक अधिवेशन में पीजीआई के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. यूसी घोषाल समेत अन्य पेट रोग विशेषज्ञों ने पेट की बीमारियों के उपचार से जुड़े कई मामले साझा किये।
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