उत्तर प्रदेश

विवाह अनुदान योजना में हुए घोटाले की जांच टीम को नहीं दिए जरूरी दस्तावेज

Admindelhi1
12 March 2024 5:19 AM GMT
विवाह अनुदान योजना में हुए घोटाले की जांच टीम को नहीं दिए जरूरी दस्तावेज
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दफ्तर में अफसरों की अनुपस्थिति में क्लर्कों ने जांच दस्तावेज देने में असमर्थता जताई

बरेली: समाज कल्याण विभाग की विवाह अनुदान योजना में हुए घोटाले की जांच को आए उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं विकास निगम के प्रबंधक को भी दस्तावेज नहीं मिले. दफ्तर में अफसरों की अनुपस्थिति में क्लर्कों ने जांच दस्तावेज देने में असमर्थता जताई, जिसके कारण अधिकारी को बैरंग लौटना पड़ा. अब अधिकारी लखनऊ जाकर फाइलों को तलब करेंगे.

समाज कल्याण विभाग की विवाह योजना में अनुदान का घोटाला हुआ था. वर्ष 2016 से 2021 के बीच हुए विवाह में 50 ऐसे विवाह पाए गए थे, जिसमें दोहरा भुगतान हुआ था. रायबरेली के व्यक्ति ने जब इसकी शिकायत की तो शासन ने जांच बैठाई थी. जिस पर तत्कालीन उप निदेशक समाज कल्याण डॉ. मंजूश्री श्रीवास्तव ने अपनी आख्या दी और मामले में तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारियों व बीडीओ की भूमिका को संदिग्ध माना था. जिसके बाद शासन ने उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं विकास निगम के प्रबंधक राधेश्याम को जांच सौंपी. जांच अधिकारी ने अपने आने की सूचना उप निदेशक समाज कल्याण व जिला समाज कल्याण अधिकारी को दी थी. जब अधिकारी प्रयागराज आए तो मालूम चला कि उप निदेशक समाज कल्याण सुधीर कुमार कौशाम्बी गए हैं, जबकि जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. प्रज्ञा पांडेय जय नारायण कॉलेज खांई करछना गई थीं. इस कारण कोई नहीं मिला. दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं हो सके. जांच अधिकारी का कहना है कि दोनों ही अधिकारी आकस्मिक कारणों से बाहर गए थे. ऐसे में पहली बार में सूचना पर उनके न मिलने पर कुछ नहीं कहा जा सकता है, लेकिन लखनऊ जाकर बार फिर दस्तावेज तलब किया जाएगा.

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