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उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीय टीम ने लोगों को वेक्टर जनित रोगों के प्रति किया जागरुक, देखी व्यवस्था
Shantanu Roy
18 Nov 2022 10:12 AM GMT
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बड़ी खबर
संत कबीर नगर। जिले के लोगों को वेक्टर जनित रोगों के प्रति जागरुक करने तथा वेक्टर जनित रोगों ( फाइलेरिया व जेई – एईएस ) से बचाव के लिए किए गए इंतजामों का निरीक्षण करने के लिए आई राष्ट्रीय टीम ने बारीकी से सुविधाओं का निरीक्षण किया तथा सीएमओ के साथ बैठक करके मौजूदा गैप के बारे में बताया। नेगलेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज (एनटीडी) व मलेरिया के राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार डॉ पदमलोचन विस्वाल के नेतृत्व में पहुंची पाथ संस्था की इस टीम ने दो अस्पतालों का निरीक्षण करके इन रोगों से बचाव के बारे में जानकारी प्राप्त किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद में पहुंची डॉ विस्वाल की टीम ने वहां के इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) का निरीक्षण किया तथा वहां पर वर्ष 2019 से आए हुए जेई व एईएस के मरीजों के बारे में जानकारी प्राप्त किया। जेई और एईएस के केस के बारे में एपीडेमियोलाजिस्ट डॉ मुबारक अली ने उन्हें बताया कि पिछले साल जेई व एईएस के 102 केस आए थे।
जिनमें से दो की मौत हो गयी। इस वर्ष अब तक एईएस के 52 व जेई का एक केस सामने आया है, जबकि किसी रोगी की मौत नहीं हुई है। ईटीसी में उन्होने मच्छरदानी रखने के निर्देश दिए। जिला अस्पताल में पीआईसीयू में मौजूद व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया। इसके बाद उन्होने टीम के लोगों के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कुमार सिंह तथा एसीएमओ वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम डॉ वी पी पाण्डेय के साथ बैठक करके गैप्स के बारे में जानकारी साझा की। डॉ विस्वाल ने बताया कि यहां पर व्यवस्था संतोषजनक है। बेहतर व्यवस्था का ही यह परिणाम है कि जेई व एईएस के केस आधे हो गए हैं तथा अब तक कोई मृत्यु नहीं हुई है। इसे थोड़ा और बेहतर करने की जरुरत है। इस दौरान टीम में पाथ की स्टेट टीम के प्रोग्राम मैनेजर डॉ राहुल काम्बले, प्रोग्राम एसोसिएट मैनेजर डॉ राकेश, फाइलेरिया के कार्यक्रम निदेशक डॉ विजय कुमार, एईएस जेई के कार्यक्रम निदेशक डॉ नीरज, पाथ की जिला समन्वयक संतोषी कुमारी, एसीएमओ वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम डॉ वी पी पाण्डेय, सुजीत कुमार , एपीडेमियोलाजिस्ट ( जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली, सीएचसी खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ राधेश्याम यादव और बीपीएम अभय त्रिपाठी के साथ अन्य लोग उपस्थित रहे।
मगहर में लोगों को किया फाइलेरिया के प्रति जागरुक
डॉ विस्वाल की टीम के सदस्य जनपद के मगहर कस्बे में पहुंचे। वहां पर डॉ विस्वाल ने फाइलेरिया के दो रोगियों तथा उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होने घर के लोगों को बताया कि फाइलेरिया के इन मरीजों के लिए क्रीम अस्पताल में मिलती है, उसे जाकर ले लें तथा अपने पैरों को साफ करके उस पर लगाते रहें, इससे उनके पैर की चमड़ी मुलायम होगी। शीघ्र ही फाइलेरिया के रोगियों को एफटीएस किट का वितरण किया जाएगा। इसके लिए सूची तैयार की जा रही है। किट देते समय इसके प्रयोग की जानकारी भी उन्हें प्रदान की जाएगी। अन्त में उन्होने लोगों से यह अनुरोध किया कि फाइलेरिया के लिए जब भी नाइट ब्लड सर्वे हो तो उसमें जरुर पहुंचें। फाइलेरिया नियन्त्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान दवा जरुर खाएं। लगातार पांच साल दवा खाने से फाइलेरिया के जीवाणु शरीर से समाप्त हो जाते हैं।
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