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उत्तर प्रदेश
कुपोषण को लेकर राष्ट्रीय पोषण मिशन की हुई शुरुआत, लोगों को किया गया जागरुक
Shantanu Roy
29 Sep 2022 11:55 AM GMT
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बड़ी खबर
बहराइच। जिले के रिसिया में कुपोषण को लेकर राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत हुई। जिसमें गांव के लोगों को कुपोषण के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही कुपोषण को कैसे दूर भगाएं, इसकी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में बताया कि कुपोषण विशेष रूप से बच्चों को कुपोषण से मुक्त करना बहुत ही आवश्यक होता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर हमारे देश में पोषण के स्तर में सधार लाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत की गई है। उपरोक्त बातें अहमद सेवा संसथान के सचिव अब्दुल कादिर ने विकास खंड रिसिया के टांडा सराय में ग्रामीणों को जागरूक करते हुए बताया। उन्होंने कहा कि कुपोषण वह अवस्था है, जिसमें पौष्टिक पदार्थ और भोजन अव्यवस्थित रूप से लेने के कारण शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है।
कुपोषण तब भी होता है, जब किसी व्यक्ति के आहार में पोषक तत्वों की सही मात्रा नहीं होती है। वस्तुतः, भोजन के जरिए हम स्वस्थ रहने के लिए ऊर्जा और पोषक तत्व प्राप्त करते हैं, किंतु यदि भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइडेट वसा, विटामिन और खनिजों सहित पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते हैं तो हम कुपोषण के शिकार हो सकते हैं। कुपोषण के शिकार बच्चों और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। यह जन्म या उससे पहले भी शुरू हो सकता है तथा 6 महीने से 3 वर्ष की अवधि में तीव्रता से बढ़ता है। कुपोषण के कारण मानव उत्पादकता 10 से 15 प्रतिशत तक कम हो जाती है, जो सकल घरेलू उत्पाद को 5 से 10 प्रतिशत तक कर सकती है। बैठक में संस्था प्रमुख अब्दुल कादिर संस्था प्रेरक शैलेश सिंह, गीता, ज्योति, आराधना, रामरती, जनका देवी तथा ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रहीं।
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