उत्तर प्रदेश

Muzaffarnagar: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जिला कारागार का निरीक्षण किया

Admindelhi1
7 Jan 2025 10:50 AM GMT
Muzaffarnagar: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जिला कारागार का निरीक्षण किया
x
"सुधार के दिए निर्देश"

मुजफ्फरनगर: माननीय जिला न्यायाधीश, जिलाधिकारी और पुलिस उपमहानिरीक्षक के नेतृत्व में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य बंदियों की सुविधाओं का आकलन, सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और जेल प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाना था।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बैरकों, रसोईघर, सुरक्षा उपकरणों, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने बंदियों से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं और जरूरतों को समझा। इस मौके पर बंदियों ने अपने जीवन यापन, स्वास्थ्य सेवाओं, भोजन की गुणवत्ता और अन्य सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं को सामने रखा।

मा0 जिला न्यायधीश डा0 अजय कुमार द्वितीय, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, और पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था, बंदियों को दी जाने वाली सुविधाएं, और कारागार प्रबंधन की समीक्षा की।

पुरुष और महिला बैरकों का निरीक्षण: अधिकारियों ने पुरुष और महिला बैरकों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बैरकों की सफाई और बंदियों को मेन्यू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

रसोईघर और भोजन की गुणवत्ता: रसोईघर की सफाई और वहां तैयार होने वाले भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण किया गया। विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि बंदियों को तय मेन्यू के अनुसार पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण भोजन मिले।

बंदियों से संवाद

पुरुष और महिला बंदियों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की गई। उनसे जेल में मिलने वाली सुविधाओं और समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई।

कारागार अभिलेखों का अवलोकन

अधिकारियों ने कार्यालय, अभिलेखों और मुलाकाती रजिस्टर का निरीक्षण किया। यह सुनिश्चित किया गया कि सभी दस्तावेज़ ठीक से रखे जाएं।

सुरक्षा उपकरणों की जांच

जेल में लगे जैमर प्रणाली और सीसीटीवी कैमरों की कार्यक्षमता का निरीक्षण किया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि सुरक्षा उपकरण सही तरीके से काम कर रहे हों।

अस्पताल का निरीक्षण

कारागार परिसर में स्थित अस्पताल का निरीक्षण कर दवाओं की उपलब्धता और ओपीडी सेवाओं की स्थिति की जानकारी ली गई। अधिकारियों ने निर्देश दिया कि मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही न हो।

निरीक्षण के उपरांत अधिकारियों ने जिला कारागार अधीक्षक को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। शासन की मंशा के अनुरूप सभी बंदियों को सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। शातिर बंदियों पर कड़ी निगरानी रखें। जेल परिसर के अंदर किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित सामग्री ना पहुंचने पाए। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।

जेल में तैनात पुलिस बल को उनकी ड्यूटी के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि जेल परिसर की सुरक्षा और अनुशासन में किसी भी प्रकार की चूक न हो।

Next Story