उत्तर प्रदेश

पाक यूथ क्लब एप से न जुड़ें मुस्लिम नौजवान

Admin Delhi 1
11 Jun 2023 6:56 AM GMT
पाक यूथ क्लब एप से न जुड़ें मुस्लिम नौजवान
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बरेली न्यूज़: गाजियाबाद की घटना को संज्ञान में लेते हुए बरेलवी उलेमा ने मुस्लिम नौजवानों को हिदायत देते हुए पाकिस्तान ऐप यूथ क्लब से जुड़ने और वहां के विद्वानों की तकरीरें सुने से मना किया है. बरेलवी उलेमा ने पाकिस्तानी एप और विद्वानों की तकरीरें पर फतवा दिया है. सरकार से ऐसे सोशल साइट पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि गाजियाबाद की घटना ने सबको चिंतित कर दिया है. गेम के जरिए एक पाकिस्तानी ऐप यूथ क्लब से कुछ नौजवान जुड़े और उनको धर्मांतरण करने के लिए लालच का सहारा लिया गया. ऐसे नौजवानों को प्रलोभन दिया गया. इस्लाम मजहब में स्पष्ट है कि लालच और डराकर या दबाव बनाकर किसी भी व्यक्ति का धर्मांतरण करना जायज नहीं है. अगर पैगम्बरे इस्लाम की पूरी जिंदगी देखें तो उनकी जिंदगी में कोई भी इस तरह की एक घटना नहीं हुई. उनके अख्लाक व मोहब्बत और प्यार से ही लोगों ने धर्म तबदील किया. बिल्कुल इसी तरह भारत में सूफियों का भी तरीका रहा है. गाजियाबाद में नौजवान गेम के जरिए धर्मांतरण कराए गए. ये पाकिस्तानी ऐप है और बहुत सारे पाकिस्तानी ऐपो के जरिए आतंकवादी गतिविधियां भी की जाती रही हैं. ये चिंता का विषय है. मौलाना ने आगे कहा कि मैं भारत के तमाम मुस्लिम नौजवानों से अपील कर रहा हूं कि पाकिस्तान द्वारा संचालित सोशल मीडिया को न देखें और उनके ऐपो से न जुड़े. पाकिस्तानी विद्वानों की तकरीरें न सुने, भारतीय विद्वानों की ही तकरीरें सुने.

पाक के विद्वानों के संगठनों की शाखाएं जांच का विषय

मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान के बहुत सारे विद्वान दुनिया के मुख्तलिफ हिस्सों में रह कर अपनी गतिविधियां चला रहे हैं. जिनमें खास तौर पर मौलाना तारीक जमील, डॉ. असरार अहमद, डॉ. ताहिरूल कादरी जैसे लोगों का नाम लिया जा सकता है. इन लोगों के अलग-अलग नामों से संगठन बने हुए हैं और उनके संगठनों की शाखाएं दुनिया के विभिन्न देशों में स्थापित है. उसकी शाखाएं खुद भारत के विभिन्न राज्यों में सालों से स्थापित है. देखने और जांच पड़ताल का काम हुकूमत का है.

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