उत्तर प्रदेश

हत्या: रुपयों के लेनदेन में दोस्त की हत्या कर जमीन में गाड़ा शव

Suhani Malik
12 July 2022 8:36 AM GMT
हत्या: रुपयों के लेनदेन में दोस्त की हत्या कर जमीन में गाड़ा शव
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हापुड़ ब्रेकिंग न्यूज़: रुपयों के लेनदेन के विवाद में दोस्तों ने तीस वर्षीय युवक की हत्या कर दी। इसके बाद शव के कई टुकड़े कर जमीन में गाड़ दिया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर टोल प्लाजा के पास जेसीबी से खोदाई कराकर शव को बरामद कर लिया। हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव कुराना निवासी इरफान पुत्र यूनुस कुराना टोल प्लाजा के पास ही फास्ट टैग और ट्रेवल एजेंसी का कार्य करता था। उसने अपना कार्यालय भी बनाया हुआ था। गांव निवासी रागिब और माजिद से उसकी दोस्ती थी। दोनों ही इरफान के साथ ही काम करते थे। इरफान 18 मार्च से लापता हो गया था। परिजनों ने रागिब और माजिद पर शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने इरफान की हत्या का सच कबूल कर लिया। पुलिस ने बताया कि करीब 18 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर इरफान का रागिब और माजिद से विवाद हो गया था। इसी के चलते रागिब और माजिद ने अपने तीसरे साथी के साथ मिलकर इरफान की हत्या कर दी। शव को कई टुकड़ों में काटने के बाद पॉलिथीन में पैककर कार्यालय के सामने ही जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर जमीन में गाड़ दिया था।

अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि घटना में एक अन्य आरोपी आकिब भी शामिल था। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिंदगी भर दोस्ती निभाने का था वादा, हत्या करते हुए नहीं कांपे हाथ हापुड़। कुराना निवासी इरफान की मौत ने दोस्ती के पवित्र रिश्तों को भी कलंकित कर दिया है। कभी एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खाने वाले चारों दोस्त हर पल साथ साथ मस्ती से बिताया करते थे। लेकिन रूपयों के लेनदेन ने दोस्तों के बीच ऐसी लकीर खींच दी की, इरफान के शव को दो दर्जन से अधिक टुकड़ों में काटने में भी आरोपियों के हाथ नहीं कांपे। गांव कुराना निवासी इमरान ने बताया कि मृतक इरफान के पिता मोहम्मद युनूस और माता राहत बेगम की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इरफान गुलावठी में ही रहता था और कुराना टोल प्लाजा पर वाहनों पर फास्ट टैग लगाने का काम करता था। टोल प्लाजा के पास गांव निवासी रागिब ढाबा और माजिद चाय की दुकान चलाता है। जनपद बुलंदशहर के थाना गुलावठी क्षेत्र के भमड़ी निवासी आकिब ढाबा पर ही काम करता है। तीनों से इरफान की गहरी दोस्ती थी। इरफान के काम में रागिब साझेदार था। रुपयों के लेनदेन में बात इतनी बिगड़ी की तीनों ने मिलकर इरफान की हत्या की योजना बना डाली।

पुलिस ने इरफान के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल खंगाली। पुलिस को पता चला कि जिस रात इरफान गायब हुआ था। उस रात वह रागिब, माजिद और आकिब के साथ था। इरफान की आखिरी लोकेशन उसके ऑफिस की आई थी। पुलिस ने ऑफिस पहुंचकर छानबीन की तो दीवार पर कुछ खून के धब्बे मिले। इसी शक के आधार पर पुलिस ने उसके दोस्तों को गिरफ्तार किया था। शराब पीने के दौरान हुआ था विवाद इरफान पर करीब 18 लाख रुपये उधार थे, जिसे देने से इनकार करने पर 19 मार्च की रात शराब पीने के दौरान विवाद हो गया था। इसके बाद तीनों ने इरफान की धारदार हथियार से हत्या कर दी, शव को छोटे-छोटे दुकड़ों में काट डाला। शव बरामद न हो सके, इस उद्देश्य से उसे जमीन में दफना दिया था।

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