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मेरठ न्यूज़: लिसाड़ी गेट क्षेत्र न्यू इस्लाम नगर निवासी आस मौहम्मद के शव को आत्महत्या बताने वाली दो थानों की पुलिस पूरी तरह अपने जाल में फंस गई। परतापुर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मिले शव को आत्महत्या में दर्शाकर लावारिस में दाह संस्कार कर पूरे मामले को गुपचुप तरीके से रफा दफा कर दिया गया था। लेकिन पूरा मामला आईजी के संज्ञान में आया तो पुलिस हरकत में आई। आईजी के सख्त आदेश के बाद लिसाड़ी गेट पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ युवक की हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। दो माह पहले गायब न्यू इस्लाम नगर निवासी आस मौहम्मद के परतापुर रेलवे टैÑक पर मिले शव को आत्महत्या बताने वाली लिसाड़ी गेट थाना पुलिस और परतापुर पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। लिसाड़ी गेट पुलिस जिस आस मौहम्मद की गुमशुदगी दर्ज कर उसे बाद में आत्महत्या बताकर मामले को दफन करने में जुटी थी। वही थाने की पुलिस ने आईजी की फटकार के बाद पांच लिसाड़ी गेट के युवकों जावेद, राशिद उर्फ बोगदा, जाकिर, साजिद, अनस के खिलाफ आईपीसी धारा 147, 302, 506, 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
आईजी ने शुक्रवार को एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह और तत्कालीन सीओ कोतवाली अरविन्द चौरासिया को अपने आॅफिस बुलाकर पूरे मामले की जांच कर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। शनिवार को लिसाड़ी गेट पुलिस ने पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दो आरोपी को हिरासत में लेकर छानबीन शुरु कर दी है। न्यू इस्लामनगर निवासी अख्तर पुत्र शरीफ ने 17 नवम्बर को आईजी के समक्ष बेटे की हत्या का मामला सामने रख शिकायत की थी। उन्होंने आईजी के समक्ष विस्तृत रूप से आस मौहम्मद को उसके दोस्तों द्वारा लेकर जाने से लेकर परतापुर रेलवे ट्रैक पर मिले उसके शव और लावारिस में दाह संस्कार करने वाले पूरे मामले के दस्तावेज और फोटो दिखाये। आईजी प्रवीण कुमार ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए परतापुर थाना और लिसाड़ी गेट पुलिस पर जांच बैठा दी है।
उधर, परतापुर पुलिस का भी बार-बार यही दोहराना कि 21 सितम्बर की रात को आस मौहम्मद और उसके दो साथी जाकिर और राशिद को काशी टोल प्लाजा पर वहां के कर्मचारियों ने पकड़ा था। पुलिस ने उस समय जाकिर और राशिद को पकड़ने वाली बात कही थी और आस मौहम्मद को वहां से भागने और बाद में रेल के आगे आत्महत्या करना बताया था, लेकिन सबसे बड़ी हैरत की बात ये रही कि परतापुर पुलिस ने आस मौहम्मद के शव को लावारिस में बताकर आनन फानन में हिन्दू रीति से दाह संस्कार कर दिया। जबकि पुलिस को जानकारी थी कि मृतक का नाम आस मौहम्मद है। आईजी ने दोनों थानों की पुलिस को जांच के दायरे में रखते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। लिसाड़ी गेट क्षेत्र न्यू इस्लामनगर निवासी आस मौहम्मद को 16 सितम्बर को उसके दो दोस्त जाकिर और राशिद घर से रंगाई पुताई करने के बहाने ले गए थे। लेकिन आस मौहम्मद का शव 21 सितम्बर की सुबह करीब नौ बजे परतापुर थाना क्षेत्र परतापुर रेलवे फ ाटक के पास ट्रÑैक पर मिला था।
परतापुर पुलिस ने 24 सितम्बर को गुपचुप तरीके से उसका लावारिस में दाह संस्कार कर दिया था, लेकिन परिजनों को अंदेशा था कि आस मौहम्मद ने आत्महत्या नहीं की। उसकी हत्या की गई थी। फिलहाल परतापुर पुलिस पर भी आस मौहम्मद की मौत पर सवाल उठने लगे हैं।