- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- डेंगू से महिला की मौत,...
उत्तर प्रदेश
डेंगू से महिला की मौत, किशोरी समेत गांव में कई अन्य भी बीमार
Tara Tandi
20 Aug 2023 2:02 PM GMT

x
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में जसराना थाना क्षेत्र के अकबरपुर-कुतकपुर गांव निवासी महिला की डेंगू से मौत हो गई है। शनिवार को गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एंटीजन डेंगू कार्ड से महिला की जांच की। इसमें एनएस-1 डेंगू पॉजिटिव पाया गया। महिला को जसराना सीएचसी पर भर्ती किया गया। तबीयत गंभीर होने पर महिला को मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। यहां देर रात इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अपने बचाव में जुट गया। हालांकि एंटीजन जांच को न मानकर स्वास्थ्य विभाग कहना है कि एलाइजा जांच में डेंगू नहीं मिला। गांव में कई अन्य बुखार से पीड़ित हैं। गांव अकबरपुर कुतकपुर निवासी 30 वर्षीय शीतला देवी को छह दिनों से तेज बुखार के साथ हाथ-पैरों में दर्द था। शीतला देवी के देवर योगेंद्र कुमार ने बताया कि शीतला देवी सीएचसी जसराना से दवा लेकर आई थी। यहां बुखार की दवा पकड़ा दी जाती थी। मगर, बुखार से कोई भी आराम नहीं मिला।
शनिवार को गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम आई थी। और शीतला देवी और उनकी 12 वर्षीय पुत्री भारती की खून की जांच की गई। कैंप में टीम ने कह दिया कि शीतला देवी और बेटी भारती को डेंगू है। इनको सीएचसी जसराना पर भर्ती किया जाए। दोनों मरीजों को सीएचसी पर भर्ती किया। इसके बाद शीतला देवी की तबीयत गंभीर होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। मेडिकल कॉलेज में देर रात्रि इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। महिला का रविवार को अंतिम संस्कार कराया गया।
गांव में कई अन्य लोग बुखार से पीड़ित हैं। इन मरीजों में डेंगू के लक्षण हैं। गांव में एक महिला की मौत के बाद अन्य लोग भयभीत हो गए हैं। चिकित्सा प्रभारी जसराना डॉ. विमल उपाध्याय का कहना है कि शनिवार को हमारी टीम अकबरपुर-कुतकपुर गांव में इलाज के लिए गई थी। जहां शीतला देवी और उसकी पुत्री भारती की डेंगू एनएस-1 जांच पॉजिटिव आई थी। शीतला देवी की ज्यादा तबीयत खराब थी, इसलिए सीएचसी जसराना से हमने मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया है।
एंटीजन जांच और एलाइजा जांच में झोल
स्वास्थ्य विभाग एंटीजन जांच और एलाइजा जांच के नाम पर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। एंटीजन डेंगू कार्ड से मरीज की डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट आती है। उसे स्वास्थ्य विभाग डेंगू के आंकड़ों में दर्ज नहीं करता है। क्योंकि डेंगू मरीजों की शासन स्तर तक मॉनिटरिंग होती है।
विभाग एलाइजा जांच रिपोर्ट का इंतजार करती है। कई बार दो-दो जांच रिपोर्ट आने के इंतजार में मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाती है। जबकि प्राइवेट अस्पतालों में एंटीजन जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डेंगू का इलाज शुरु कर दिया जाता है। सवाल है कि जब स्वास्थ्य विभाग एंटीजन डेंगू कार्ड की जांच नहीं मानता है तो फिर यह जांच क्यों की जा रही है।
यह भी पढ़ेंः- Mainpuri: स्कूल से लौट रहे छात्र पर युवकों ने बोला हमला, डंडे और बेल्टों से जमकर पीटा; लोगों को आता देख भाग गए
महिला को बुखार के साथ झटके आ रहे थे। महिला की एलाइजा जांच हुई। इसमें रिपोर्ट निगेटिव आई। हमने गांव का स्वयं निरीक्षण किया। गांव में अन्य लोग बीमार हैं, उनका इलाज कराया जा रहा है। -डॉ. रामबदन राम, सीएमओ
Next Story