- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- दुष्कर्म में हुए असफल...
उत्तर प्रदेश
दुष्कर्म में हुए असफल तो मां-बेटी को पीटा, घायल युवती की मौत
Admin4
16 Sep 2022 5:52 PM GMT

x
दुष्कर्म में असफल रहने पर दूसरे समुदाय के दो युवकों ने थाना भीरा क्षेत्र के एक गांव की युवती और उसकी मां की जमकर पिटाई कर दी थी। युवती को हंसिया मारकर घायल कर दिया था। युवती का बिजुआ सीएचसी में इलाज चल रहा था, जहां उसकी शुक्रवार को मौत हो गई। खासबात यह रही की पुलिस कार्यवाई की बजाय पूरा मामला ही गटक गई। उसने पीड़िता की मां से तहरीर बदलवाकर सिर्फ एनसीआर दर्ज की थी। युवती की मौत के बाद मामले का खुलासा होने पर थाना भीरा पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है।
थाना भीरा के एक गांव निवासी महिला ने बताया की घटना 12 सितंबर की है वह अपनी 18 वर्षीय पुत्री के साथ घर पर मौजूद थी। शाम करीब 8:00 बजे गांव का ही सलीमउद्दीन और आशिफ उनके घर पर आ गया। दोनो ने उसकी पुत्री को दबोच लिया। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की कोशिश की, जब मां ने शोर मचाते हुए बेटी को बचाने की कोशिश की तो दोनो आरोपियों ने मां और बेटी की जमकर पिटाई कर दी।
युवती को हंसिया मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और भाग निकले। घटना के बाद आसपास के तमाम लोग भी मौके पर आ गए। उसके बाद घायल मां बेटी पुलिस चौकी पड़रिया तुला पहुंची। पुलिस को पूरी बात बताई। पुलिस ने घायल मां बेटी को बिजुआ सीएचसी भेजा, जहां डाक्टर ने युवती को भर्ती कर लिया।
इधर पुलिस ने मामला दो समुदायों के बीच का होने के बाद भी लापरवाही दिखाई। वास्तविक घटना को मोड़ दिया। घायल मां की तहरीर पर थाना भीरा पुलिस ने साधारण मारपीट की तहरीर लिखवाई और एनसीआर दर्ज कर ली। शुक्रवार को जब पीड़ित युवती की सीएचसी में मौत हो गई तो वास्तविक घटना सामने आ गई। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया है। थाना भीरा प्रभारी निरीक्षक विमल कुमार गौतम का कहना है की थाने पर जो तहरीर आई थी। उसी के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। दुष्कर्म की कोशिश जैसा मामला उनके संज्ञान में नहीं था।
ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर हुई नोकझोंक
थाना निघासन क्षेत्र में दो नाबालिग सगी बहनों की दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला अभी चल ही रहा था। शुक्रवार को भीरा क्षेत्र में युवती की मौत के बाद लोगों ने बवाल शुरू कर दिया। गुस्साए परिजनों और परिवार के लोगों ने मौके पर पहुंची पुलिस को शव उठाने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर नोकझोंक हुई।
हालात बेकाबू होते देख आसपास के थानों की पुलिस मौके पर बुला ली गई। ग्रामीणों का कहना था की पुलिस ने घटना को तोड़ मरोड़ कर दर्ज किया। आरोपियों के खिलाफ कारवाई नही की। लोगों में पुलिस के प्रति जबर्दस्त आक्रोश था। एसपी संजीव सुमन, एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ गोला भी मौके पर पहुंच गए।
अधिकारी परिजनों और ग्रामीणों की मान मनोवल में जुटे हैं। एसपी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कारवाई का आश्वासन देकर लोगो को शांत कराने की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी, दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कारवाई, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने आदि की मांग पर अड़े हुए हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar
Next Story