उत्तर प्रदेश

प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों ने किया जमकर हंगामा

Admin4
2 Oct 2022 5:35 PM GMT
प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों ने किया जमकर हंगामा
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कथित तौर पर पीएचसी के संविदा डॉक्टर की ओर से अवैध तरीके से संचालित निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। इसके बाद परिजन से सभी कागज जब्त कर निजी वाहन से वापस भेज दिया गया और डॉक्टर दम्पति कार में सवार होकर भाग गए। मृतक के परिजन ने हंगामा कर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने आश्वासन देकर शांत कराया। मामले में गजरौला थाने में तहरीर दी गई है। घटना के चलते स्वास्थ्य विभाग और पुलिस में हड़कंप मचा रहा।

गजरौला क्षेत्र के ग्राम मकतुल के रहने वाले इंदल प्रसाद ने पुलिस को दी गईं तहरीर में बताया कि उसने अपनी पत्नी मीना कश्यप (27) को प्रसव पीड़ा होने पर रविवार सुबह नौ बजे कस्बा गजरौला के एक निजी अस्पताल भर्ती कराया था। यह क्लीनिक गजरौला सरकारी अस्पताल में तैनात संविदा डॉक्टर और उनके पति अवैध रूप से संचालित करते हैं।

पीड़ित ने बताया कि उनकी पत्नी की नॉर्मल डिलीवरी करने की बात कहकर 20 हज़ार रुपये जमा कराकर अभिलेख लिए। उसके बाद कई घँटे तक अस्पताल में प्रसूता को रखे रहे।उसे दिक्कत होने पर परिजन ने कई बार रेफर कर पीलीभीत या बरेली ले जाने को भी कहा, लेकिन वह नहीं माने।

शाम को प्रसव कराया गया और एक पुत्री का जन्म हुआ। कुछ देर बाद जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। फिर जबरन दोनों के शव निजी वाहन से गाँव भिजवा दिए। आरोपी डॉक्टर दम्पति क्लीनिक बंद करके भाग गए। इसके बाद परिवार वाले ग्रामीणों संग क्लीनिक पहुँचे और हंगामा कर दिया। इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची और कार्रवाई का आश्वासन दिया।

500 मीटर पर कैसे चलता रहा अस्पताल

बताते हैं कि यह अस्पताल सरकारी अस्पताल की एक संविदा डॉक्टर के पति का है। वह भी इसमें प्रसव को जाती थी। यह अस्पताल भी अवैध होने की बात कही गयी है। जिसकी पहले भी शिकायत होना बताया है। सवाल ये है कि फिर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। जबकि यह सरकारी अस्पताल से महज आधा किलोमीटर दूर है।

घटना की सूचना मिली है। इस पर मौके पर पुलिस गई थी। मामले की जाँच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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