उत्तर प्रदेश

ग्रेटर नॉएडा में टाउनशिप की अधिकतर लाइटें गायब

Admindelhi1
16 May 2024 8:43 AM GMT
ग्रेटर नॉएडा में टाउनशिप की अधिकतर लाइटें गायब
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इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में प्रकाश व्यवस्था गड़बड़ाई

नोएडा: देश की स्मार्ट टाउनशिप में शामिल इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) इन दिनों अंधेरे में डूबी हुई है. यहां लगी ज्यादातर स्ट्रीट लाइटें गायब हो गई हैं. ऐसे में शाम होते ही अंधेरा छा जाता है.

इससे उद्यमियों और यहां काम करने वाले कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यह स्थिति तब है, जब इस टाउनशिप का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार अपने संबोधन में उल्लेख कर चुके हैं. ग्रेटर नोएडा की इस इंटीग्रेटेड स्मार्ट टाउनशिप को दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के संयुक्त उपक्रम इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड को करीब 750 ड़ में विकसित किया जा रहा है. टाउनशिप में पांच बड़ी कंपनियां अपनी इकाई लगा रही हैं. इनमें हायर इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉर्मी मोबाइल, सत्कृति इंफोटेनमेंट, चेनफेंग (एलईडी कंपनी) और जे वर्ल्ड इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं. जबकि कई अन्य बड़ी कंपनियां पाइपलाइन में हैं.

इसके बावजूद प्रकाश व्यवस्था के लिए यहां लगाई गई स्ट्रीट लाइटें गायब हो गई हैं. इससे अंधेरा छाया रहता है. महत्वपूर्ण टाउनशिप होने के बाद भी इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. स्मार्ट टाउनशिप सभी सुविधाएं जगह मिलेंगी. गौरतलब है कि टाउनशिप में स्थित हायर इलेक्ट्रॉनिक्स में उत्पादन शुरू हो गया है. यहां करीब हजार से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. कंपनी ने अपने सामने प्रकाश की व्यवस्था कर रखी है,लेकिन बाकी की स्ट्रीट लाइट न जलने से अंधेरा छाया रहता है. कर्मचारियों का कहना है कि ऐसे में देर रात घर जाते समय अनहोनी का डर लगा रहता है.

शिकायत पर सुनवाई नहीं सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश भाटी का कहना है कि इंटीग्रेटेड टाउनशिप में स्थित हायर कंपनी के पास से रिठौरी गांव की तरफ जाने वाली लगभग किमी लंबी सड़क पर लगी सोलर लाइटें गायब हो गई हैं, जिससे अंधेरा छाया रहता है. यहां स्थित गोल चक्कर पर कई बार एक्सीडेंट हो चुका है. प्राधिकरण में लिखित शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई.

औद्योगिक सेक्टरों में प्रकाश व्यवस्था के लिए किए जा रहे कार्यों में और अधिक तेजी लाने की जरूरत है. सड़क पर अंधेरे होने से असुरक्षा की भावना बनी रहती है. महिला कर्मियों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है. -संजीव शर्मा, महासचिव, उद्यमी संगठन ईआईए

स्ट्रीट लाइट के रखरखाव की जिम्मेदारी जिस ठेकेदार को दी गई है,उसे जल्द से जल्द सही करने के निर्देश दिए जाएंगे. रखरखाव में लापरवाही क्यों बरती जा रही है,इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.-रवि कुमार एनजी,सीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

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