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- कान्हा उपवन से गायब हो...
मेरठ: घाट रोड स्थित कान्हा उपवन गोशाला से करीब 100 गोवंश गायब है। जीवनदान फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने औचक निरीक्षण के दौरान नगर निगम द्वारा संचालित गोशाला के स्टाफ पर गोकशी कराने का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं नगर निगम इन आरोपों को गलत बता रहा है और सारा रिकॉर्ड मौजूद होने का दावा कर रहा है। रविवार को जीवनदान फाउंडेशन के गो सेवकों कान्हा उपवन गोशाला पहुंचे और अबतक के पशुओं का डाटा मांगा जिस पर अधिकारियों द्वारा चुपी साध लेने का आरोप लगाया।
रिकॉर्ड में दर्ज नहीं पशुओं का ब्योरा
फाउंडेशन का दावा है लगभग पिछले एक साल मे उनके द्वारा 60 से 100 पशु भिजवाए गए हैं, लेकिन सभी पशु गायब मिले, मौक पर पहुंचे नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी से जानकारी की तो उन्होंने सभी पशुओं को मरा बताया।
जब मृत पशुओं की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी गई तो वह उपलब्ध नहीं हो सकी। पशुओं की देखभाल करने वाली डा. प्रियंका शर्मा पर आरोप लगा कि उन्होंने फर्जी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार कर रखी है। उनके पास अंतिम संस्कार की कोई फुटेज नहीं है और कुछ कागज दिखाकर गुमराह करने का आरोप लगाया गया।
सीसीटीवी कैमरों पर भी उठाए सवाल
समाजसेविका तान्या वर्मा ने बताया गोशाल के तीन गेट में से केवल दो गेटों पर कैमरे लगे हैं। एक गेट पर कैमरा नहीं है, जिन गेटों पर कैमरे है, उसकी सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद नहीं है। आरोप है कैमरों का एंगल भी आसमान की तरफ मिला व सभी कैमरे भी खराब और बंद थे। गो सेवकों द्वारा हंगामा करने पर मौके पर पहुंचे प्रभारी नगर स्वस्थआधिकारी डा. हरपाल से गो सेवकों ने सवाल पूछे तो वह कोई नही दे पाये, जबकि गोशाला के कर्मचारी तानाशाही पर उतर आए।
यहां सीएम योगी भी नहीं आ सकते
पशुओं का इलाज करने वाली डा. प्रियंका शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए गए है। गोरक्षकों के साथ बदसलूकी करते हुए उन्होंने कहा कि यहां सीएम योगी आदित्यनाथ भी यहां आ नहीं आ सकते। जीवनदान फाउंडेशन अध्यक्ष सोनू शर्मा ने बताया की अगर पशु बरामद नहीं हुए तो विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। निगम के रिकार्ड में रजिस्टर, डेटा, रिपोर्ट कुछ ठीक नहीं होने का आरोप लगाया। साथ ही पशुओं के इलाज के लिए दवाइयों की कमी बताई गई।
गोकशी कराने का आरोप
जीवनदान फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने गोशाला के स्टाफ पर गोकशी कराने का गंभीर आरोप लगाया। संगठन के अध्यक्ष सोनू शर्मा ने कहा कि योगीराज में गो माता का वध कर दिया गया हैं। इसलिए इनके पास कोई डाटा, फुटेज और जवाबदेही नहीं है।
सोनू शर्मा का कहना है इन जैसे लोगों की वजह से गोशाला जैसी जगह भी अब पशुओं के लिए सुरक्षित नहीं बची। इस दौरान गो सेवक सोनू शर्मा, तान्या वर्मा, नितिन बालियान, अचार्य गीतेश शर्मा, केशव कुमार, नीरज प्रजापति, अमित शर्मा, पुष्पेंद्र व राहुल प्रजापति आदि मौजूद रहे।
गोशाला में सब ठीक है, पशुओं का पूरा ध्यान रखा जाता है। जो आरोप जीवनदान फाउंडेशन द्वारा लगाए गए हैं, वह निराधार है। जितने पशु गोशाला में उनकी टैगिंग कराई गई थी, लेकिन कुछ पशु आपस में लड़ते है जिस वजह से वह हट गई है। अब फिर से टैगिंग कराई जाएगी। -डा. हरपाल, प्रभारी पशुचिकित्साधिकारी, नगर निगम।