उत्तर प्रदेश

Moradabad: मेडिकल लाइसेंस के लिए 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते सहायक आयुक्त गिरफ्तार

Admindelhi1
7 Feb 2025 9:51 AM GMT
Moradabad: मेडिकल लाइसेंस के लिए 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते सहायक आयुक्त गिरफ्तार
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"विजिलेंस टीम ने आरोपी को बरेली ले जाकर प्राथमिकी दर्ज की"

मुरादाबाद: मेडिकल स्टोर का लाइसेंस जारी करने के नाम पर 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए मुरादाबाद के सहायक आयुक्त (औषधि) मनु शंकर को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई। विजिलेंस टीम ने आरोपी को बरेली ले जाकर प्राथमिकी दर्ज की, और उन्हें शुक्रवार को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा।

रिश्वत की मांग और जाल बिछाने की योजना

मुरादाबाद के बहजोई निवासी सनी कश्यप ने 5 दिसंबर 2024 को मेडिकल स्टोर का लाइसेंस लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। आवेदन सहायक आयुक्त औषधि मनु शंकर के पास पहुंचा, लेकिन उन्होंने बिना रिश्वत के लाइसेंस जारी करने से इनकार कर दिया।

मनु शंकर ने 35 हजार रुपये की रिश्वत मांगी, जिसके बाद सनी ने दो किस्तों में 30 हजार रुपये देने की बात मान ली। पहली किस्त में 15 हजार रुपये तुरंत देने, जबकि बाकी 20 हजार रुपये बाद में देने का सौदा हुआ।

इस बीच, सनी कश्यप ने बरेली की विजिलेंस टीम को मामले की जानकारी दी। टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए सुनियोजित जाल बिछाया और पाउडर लगे 15 हजार रुपये आवेदक को देकर सहायक आयुक्त को सौंपने भेजा।

रंगे हाथ गिरफ्तार, बड़ी रकम भी बरामद

गुरुवार को जैसे ही सनी ने सहायक आयुक्त को 15 हजार रुपये दिए, विजिलेंस के इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने मनु शंकर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।

गिरफ्तारी के बाद उन्हें सिविल लाइंस थाने में आमद कराई गई, फिर विजिलेंस टीम उन्हें बरेली लेकर गई, जहां भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

डेढ़ लाख रुपये भी मिले, जांच जारी

एसपी विजिलेंस अरविंद आचार्य ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान मनु शंकर के पास से डेढ़ लाख रुपये और बरामद हुए। जांच जारी है कि यह रकम कहां से आई और क्या यह भी भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई है।

यह कार्रवाई सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश है, जिससे आम नागरिकों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

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