उत्तर प्रदेश

विधायक प्रतिनिधि ने साथियों के साथ पीडब्ल्यूडी के जेई को पीटा

Admindelhi1
18 March 2024 4:50 AM GMT
विधायक प्रतिनिधि ने साथियों के साथ पीडब्ल्यूडी के जेई को पीटा
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प्रतापगढ़: सीसी रोड के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने गए जेई पर सदर विधायक के प्रतिनिधि ने साथियों के साथ हमला कर दिया. जेई का आरोप है कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्य में गुंडा टैक्स के रूप में कमीशन न मिलने पर जान से मारने की धमकी दी गई. जेई ने कार्यालय में जानकारी दी तो पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों व इंजीनियरों में रोष फैल गया. कर्मचारियों ने विभाग में हंगामा करना शुरू कर दिया तो डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के पदाधिकारी सबको शांत कराकर एसपी के पास ले गए. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड-2 में तैनात जेई छविराज ने एसपी को दी गई तहरीर में बताया कि शाम करीब तीन बजे वह बेनीपुर सम्पर्क मार्ग (सीसी रोड) के निर्माण कार्य की प्रगति जांच कर रहे थे. आरोप है कि उसी समय सदर विधायक के प्रतिनिधि अरुण कुमार मौर्या शक्ति सिंह सहित -साथ अज्ञात लोगों संग पहुंचे और गाली देते हुए सरकारी काम रोककर हमला कर दिया.

विधायक प्रतिनिधि ने अपने साथियों को ललकारा तो आरोपितों ने मिलकर लात, घूंसा व डंडे से इतना पीटा कि जेई को कान से कम सुनाई देने लगा. अंदरूनी चोट भी आई. गांववाले दौड़कर आए तो यह कहकर धमकाया कि जैसा हम चाहते हैं वैसा करो नहीं तो नौकरी नहीं कर पाओगे. तब से पीड़ित जेई दहशत में है. उसने एसपी से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई. एसपी के आदेश पर नगर कोतवाली पुलिस ने जेई को राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय भेजकर मेडिकल कराया.

घटिया निर्माण की ग्रामीणों की शिकायत पर मेरे प्रतिनिधि अरुण मौर्य अपने चालक शक्ति सिंह के साथ गए थे. जहां ग्रामीणों से जेई की बहस हुई थी. इसी को राजनैतिक वजह से मोड़कर तूल दिया जा रहा है. यदि जांच में जेई के आरोप सही पाए गए तो मैं अरुण मौर्या को अपने प्रतिनिधि के पद से हटाकर कार्रवाई कराऊंगा. -राजेन्द्र मौर्य, सदर विधायक

पीटा गया जेई, एक्सईएन को पता ही नहीं

पीडब्ल्यूडी अधिशाषी अभियंता बीएम सिंह ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है. जानकारी करने के बाद ही इस बारे में कुछ बता पाएंगे. बता दें कि मामले में पूरे दिन शहर में चर्चा रही. जेई ने कोतवाली में तहरीर दी और मेडिकल करवाया गया. इस दौरान विभाग के अन्य लोग भी मौजूद रहे. इसके बाद विभाग के जिम्मेदार अधिकारी होने के बाद भी मामले से अनभिज्ञता जताई गई.

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