उत्तर प्रदेश

मेरठ में मिशन अमृत सरोवर बन रहा वरदान

Shantanu Roy
2 Sep 2022 6:42 PM GMT
मेरठ में मिशन अमृत सरोवर बन रहा वरदान
x
बड़ी खबर
मेरठ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमृत सरोवर योजना धरातल पर साकार होने लगी है। प्रदेश के सभी जिलों में ग्राम प्रधान अपनी ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर योजना में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। मेरठ जनपद में 66 ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अमृत सरोवर योजना की घोषणा की थी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने भी ग्राम प्रधानों को अपने ग्राम पंचायतों में अस्तित्व खो चुके तालाबों का पुनर्निर्माण कर सुंदर बनाने के लिए कहा। मेरठ जनपद में मिशन अमृत सरोवर वरदान बन गया है और यहां के ग्राम प्रधान इस योजना में खासी रुचि ले रहे हैं। मेरठ में 66 ग्राम प्रधानों को इस योजना को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया है।
शहर से गाँव तक तैयार होंगे अमृत सरोवर
उत्तर प्रदेश में जल संरक्षण के लिए शहर से गांवों तक में तैयार किए जा रहे अमृत सरोवर लाखों लोगों को जीवन देने के साथ ही जीविका भी देंगे। सरोवर से भूगर्भ जलस्तर बेहतर होगा। इससे पीने का पानी और खेतों की सिंचाई करने में आसानी होगी। वहीं, लाखों परिवारों की जीविका चलाने का माध्यम भी बनेगा।
मेरठ में मोहिद्दीनपुर और अगवानपुर सहित 66 ग्राम प्रधानों द्वारा मिशन अमृत सरोवर में सहभागिता निभाते हुए तालाबों का पुनर्निर्माण कर उन्हें खूबसूरत बनाया गया। सीडीओ शशांक चौधरी और जिला पंचायत राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव ने सभी ग्राम प्रधानों के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
सरोवरों के रखरखाव के लिए बनेगा उपभोक्ता समूह
अब इन सरोवरों के रखरखाव के लिए यूजर एसोसिएशन ग्रुप यानी उपभोक्ता समूह का गठन किया जाएगा। समूह की अगुवाई स्वयं सहायता समूह की महिला, प्रगतिशील किसान या मछुआरा परिवार ही करेंगे। वहीं तालाब का निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों को भी मनरेगा के तहत उनकी मजदूरी दी गई है। जो उनके लिए भी रोजगार के का अवसर बना।
पूर्व सरकारों की अनदेखी के कारण अस्तित्व खो चुके थे तालाब
गौरतलब है कि पूर्व की सरकारों की अनदेखी के चलते शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में सरोवरों का अस्तित्व सिमटता चला गया। कुछ या तो पाट दिए गए या फिर उनका दायरा लगातार सिमटता गया। ऐसी स्थिति में भूजल प्रबंधन की समस्या और गंभीर होती गई अब इसका निदान करने के लिए ठोस कार्य शुरू हुआ है। जिसके लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार मिशन अमृत सरोवर चला रही है ताकि जीवनदायी तालाबों को फिर से जीवित किया जा सके।
Next Story