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वंदेमातरम का विरोध करने पर मंत्री कपिलदेव ने दिया बड़ा बयान
मुजफ़्फ़रनगर: मेरठ में बीते दिवस नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह था, जिसके चलते शपथ ग्रहण समारोह में वंदे मातरम को लेकर जमकर हंगामा हुआ। आरोप था कि ओवैसी की पार्टी के पार्षदों ने वंदेमातरम का विरोध किया है, जिसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल का भी एक बयान सामने आया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि, वंदे मातरम नहीं गाया गया है। यहां का अनाज खाएंगे, यहां का पानी पिएंगे, इसी धरती पर रहेंगे, सब कुछ करेंगे, लेकिन जब भारत के मान सम्मान की बात आएगी और वंदे मातरम कहने की बात आएगी तो वंदेमातरम नहीं गाएंगे, यह बहुत ही आपत्तिजनक व खराब है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह है समाज को तोड़ने का षड्यंत्र है।
बता दें कि, इस दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल की माने तो भारत माता सबके लिए एक देश है, सबके लिए एक है धरती माता, सबके लिए एक है सूर्य, सबका एक चंद्रमा है, लेकिन जब पूजने या नमन करने की बात आएगी तब नहीं करेंगे, चांद देख करके ईद मनाएंगे, लेकिन जब चांद को प्रणाम करने का विषय आएगा तब नहीं करेंगे, भारत माता पर बैठकर ईद करेंगे वह नमाज पढ़ेंगे, लेकिन जब भारत माता को नमन करने की बात आएगी तब नमन नहीं करेंगे तो फिर धरती पर बैठकर नमाज भी मत पढ़ो, वरना जब सजदा करते हो तो उसको प्रणाम करो व सम्मान करो। स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि, देखिए टेलीविजन व समाचार पत्रों के माध्यम से यह जानकारी मिली है मेरठ के शपथ ग्रहण समारोह में वंदे मातरम के डायरेक्ट विरोध में यानी जिन लोगों ने वंदे मातरम नहीं कहा, उसको लेकर नाराजगी हुई व आपस मे झगड़ा हुआ।
कितना शर्मनाक है कि ओवैसी व सिद्दीकी जो लगातार टेलीविजन पर तकरीर देते हैं और उन्हीं की पार्टी के नेता व सभासद वंदे मातरम के लिए खड़े नहीं होते हैं और वंदे मातरम नहीं गाते हैं यह देश के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोग नई लाइन व अलग प्रकार की लाइन लगाकर चलना चाहते हैं एवं जब-जब राष्ट्रभक्ति की बात आई तब-तब उसका विरोध करते हैं और वंदेमातरम तो सब का है, भारत माता की जय सबकी है। उन्होंने कहा कि, अभी जो वहां पर अधिकारी है या जो वहां पर रहे होंगे, उन लोगों ने क्या निर्णय लिया वह क्या निर्णय वो लेंगे व किसने मार पिटाई की एवं किसने आपत्ति की यह विषय नहीं है, बल्कि यह विषय है कि वंदे मातरम नहीं गाया गया।