उत्तर प्रदेश

झूला मेला में जुटेगी लाखों की भीड़, इसी दौरान मोहर्रम भी पड़ रहा

Admin4
22 July 2022 9:46 AM GMT
झूला मेला में जुटेगी लाखों की भीड़, इसी दौरान मोहर्रम भी पड़ रहा
x

अयोध्या: अयोध्या में सावन झूला मेला के दौरान ही मोहर्रम का त्योहार पड़ रहा है। ऐसे में दोनों त्योहारों की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन सुरक्षा और ला एंड आर्डर बनाए रखने को लेकर बेहद सतर्क है। डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि इस वर्ष चन्द्र दर्शन के अनुसार, मोहर्रम की पहली तारीख 31 जुलाई और दसवीं 09 अगस्त को पड़ना सम्भावित है। मोहर्रम के अवसर पर नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में जुलूस निकाले जाते हैं। साथ ही विभिन्न स्थलों पर ताजिया स्थापित करके कर्बलाओं में दफन किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई को झूलनोत्सव के साथ सावन झूला मेला भी शुरू हो रहा है। अयोध्या के विख्यात सावन झूला मेला और कांवड़ यात्रा में 15 लाख तक की भीड़ के जमा होने का अनुमान है। ऐसे में मेला परिसर में संवेदनशील स्थानों पर चौकसी एवं जिले में सौहार्द का वातावरण बनाने के प्लान को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि कट्टरपंथियों, असामाजिक तत्वों एवं समाज विरोधी ताकतों पर नजर रखी जा रही है। अराजक तत्वों को चिह्नित करके उनकी गतिविधियों पर निरन्तर कड़ी दृष्टि रखने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम नीतीश कुमार के मुताबिक, नगर मजिस्ट्रेट और रेजीडेंट मजिस्ट्रेट, अयोध्या और सभी एसडीएम, अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) व अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) अपने-अपने सम्पूर्ण आवंटित क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखें, इसकी भी हिदायत दी गई है।

कोविड-19 के निर्देश का पालन भी कड़ाई से करवाने के लिए अधिकारियों को उत्तरदाई बनाया गया है। मुस्लिम धर्म गुरुओं, मौलानाओं और सम्बन्धित कमिटियों से सम्पर्क व संवाद करके शान्ति समितियों की बैठक की जा रही है। इसके साथ एक पखवाड़ें तक चलने श्रृंगार रस से भरपूर सांस्कृतिक मेले की व्यवस्थाएं भी पूरी की जा रही हैं। मुख्य मेला 31 जुलाई को मणिपर्वत के मेले व धार्मिक कार्यक्रम के साथ शुरू होगा। जिसमें अयोध्या के सभी प्रमुख मंदिरों के विग्रहों को मणिपर्वत पर पड़े सैकड़ों झूलों पर स्थापित कर झूलनोत्सव शुरू किया जाता है। अगले दिन से मंदिरों में विग्रहों को झूलों पर विराजमान करवा कर एक पखवाड़े तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते हैं। ये मेला रात तक चलता है, जिसमें मंदिरों में लाखों की भीड़ जमा होकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेती है।

Next Story