उत्तर प्रदेश

Meerut: आठ माह के कन्हैया को लेकर दो मां आपस में भिड़ी

Admindelhi1
31 Dec 2024 6:54 AM GMT
Meerut: आठ माह के कन्हैया को लेकर दो मां आपस में भिड़ी
x

मुरादाबाद; कन्हैया को मां देवकी ने जन्म दिया और मां यशोदा ने पाला था. दोनों ने कान्हा जी को बराबर दुलार दिया, लेकिन मेरठ में आठ माह के कन्हैया को लेकर दो मां भिड़ गई हैं. कन्हैया को पहले गोद दे दिया और चार माह बाद उसे वापस दिलाने के लिए जन्म देने वाली मां कोर्ट पहुंच गई. बाल कल्याण समिति ने बच्चे को वापस दिलाने का आदेश कर दिया.

सरधना के दबथुवा गांव निवासी चुन्नी लाल की पत्नी राधा ने आठ माह पहले बेटे को जन्म दिया था. बच्चे का नाम कन्हैया उर्फ अर्जुन रखा. आर्थिक स्थिति और परिवार में परेशानी के चलते चार माह पहले कन्हैया को सरधना के मोहल्ला आजादनगर निवासी मुकेशचंद और उनकी पत्नी सीमा गुप्ता को गोद दे दिया. लिखित में एग्रीमेंट बनाया गया लेकिन इस प्रक्रिया को बाल कल्याण समिति के निर्देश में पूरा नहीं कराया गया. पिछले चार माह से कन्हैया सरधना में सीमा और मुकेश गुप्ता के घर में ही है. उधर, इस बीच राधा की ममता जाग गई और बच्चे को वापस लाने के लिए पति चुन्नी लाल पर दबाव बनाया. चुन्नी लाल पहले पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन पुलिस ने हस्तक्षेप से इंकार कर दिया. इसके बाद चुन्नी लाल ने बाल कल्याण समिति मेरठ की कोर्ट में याचिका दी. कोर्ट ने जांच कराई तो पता चला कि गोद लेने की प्रक्रिया नियमानुसार नहीं हुई है. बाल कल्याण समिति मेरठ की ओर से थाना प्रभारी एएचटीयू को निर्देश दिया गया कि कन्हैया को बरामद किया जाए. एएचटीयू टीम ने सरधना से कन्हैया को बरामद किया. बच्चे का मेडिकल कराया है. बच्चे को राधा के सुपुर्द कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

सीमा बोली, अचानक गोद सूनी कर दी

सीमा आठ माह के कन्हैया को लेकर एएचटीयू थाने आई. पुलिसकर्मियों को बताया कि उन्होंने पूरी कागजी कार्रवाई की थ्२ाी. पुलिसकर्मियों ने बताया कि यदि गोदनामा को रजिस्टर्ड कराया होता तो ऐसा नहीं होता. सीमा बोली कि अभी तो कन्हैया सबको पहचानने लगा था. अब इसका नामकरण संस्कार भी करना था. अचानक गोद सूनी कर दी. बताया कि जिस समय कन्हैया को गोद लिया था, उस समय एक सहेली भी बच्चे को गोद देना चाहती थी, लेकिन कन्हैया के चलते उन्होंने मना कर दिया था.

बाल कल्याण समिति ने बच्चे को बरामद करने के लिए आदेश दिया था. बच्चे को एक परिवार ने दूसरे परिवार को गोद दिया था, लेकिन अब वापस मांग रहे थे. गोद लेने की प्रक्रिया नियमानुसार नहीं थी, इसलिए बच्चे को आदेशानुसार बरामद कर लिया है

- डॉ. विपिन ताडा, एसएसपी

Next Story