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Meerut: रिटायर्ड कैप्टन जालसाज साइबर अपराधियों के चंगुल में 5 दिन रहे
मेरठ: मेरठ की गंगाधाम कॉलोनी निवासी रिटायर्ड कैप्टन पांच दिन साइबर अपराधियों के चंगुल में रहे. आरोपियों ने बैंक खाते की केवाईसी कराने के नाम पर कॉल किया और खाता नंबर समेत कई गोपनीय जानकारी दी.
इसके बाद कुछ लिंक भेजे और वेरिफिकेशन कोड नंबर भेज दिए. ऐसे में शक हुआ तो रिटायर्ड कैप्टन ने मोबाइल बंद कर दिया और इसके बाद अपना ही खाता बैंक पहुंचकर फ्रीज कराया. इसके बाद अपना खाते की रकम निकाल कर दूसरे खाते में डाली. पांच दिन तक लगातार परेशान किया गया तो रिटायर्ड कैप्टन ने फिलहाल अपना नंबर बदल दिया है.
रिटायर्ड कैप्टन आरपीएस चौहान परिवार के साथ गंगानगर की गंगाधाम कॉलोनी में रहते हैं. आरपीएस चौहान ने बताया कि 7 की दोपहर के समय उनके पास एक नंबर से कॉल आया. बताया गया कि पीएनबी बैंक के कस्टमर केयर से बोल रहे हैं. यह भी बताया कि बैंक खाते की केवाईसी नहीं कराई है.
इसके बाद बैंक खाता संख्या, आधार नंबर और पैनकार्ड नंबर बताकर विश्वास दिलाया कि बैंक के कस्टमर केयर से ही कॉल है. इसके बाद कॉल काट दिया गया. करीब पांच मिनट बाद दोबारा कैप्टन को कॉल किया गया और बताया गया कि यदि चाहे तो ऑनलाइन ही केवाईसी करा सकते हैं और एक लिंक भेज दिया. बताया कि लिंक पर क्लिक करने पर फार्म आएगा और उसे भरकर ऑनलाइन ही जमा करना होगा. इसके बाद कैप्टन ने ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी.
ऐसे हुआ रिटायर्ड कैप्टन को शक: रिटायर्ड कैप्टन ने ऑनलाइन फार्म भरना शुरू कर दिया. अभी फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी और इसी दौरान रिटायर्ड कैप्टन के फोन पर वेरिफिकेशन कोड आ गया. यही बात रिटायर्ड कैप्टन को खटक गई और उन्होंने तुरंत ही अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया. इसके बाद उन्होंने कार उठाई और बैंक के लिए दौड़ लगा दी. बैंक पहुंचकर अपना ही खाता फ्रीज कराया.
9 को खाता अनफ्रीज कराते ही फिर आने लगी कॉल: रिटायर्ड कैप्टन ने बताया कि उन्हें 10 को कुछ रकम का लेनदेन करना था. ऐसे में नौ को बैंक पहुंचकर खाता अनफ्रीज कराया था. खाता खुलते ही दोबारा से साइबर अपराधियों के कॉल और मैसेज आने लगे. दर्जनों नंबरों से अलग अलग लिंक भेजे गए और धोखाधड़ी का प्रयास किया गया. इस बात से परेशान हो गए थे.
खाता खुद कराया खाली: साइबर अपराधियों की लगातार आ रही कॉल से रिटायर्ड कैप्टन परेशान हो गए थे. ऐसे में उन्होंने 10 को अपना खाता खाली कर दिया और रकम पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर दी. रिटायर्ड कैप्टन ने अपना नंबर बंद कर दिया है और नया नंबर लेकर इसे खाते से अटैच कराया है. साइबर क्राइम थाना मेरठ में मुकदमा दर्ज कराया गया है. हालांकि पुलिस अभी तक आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है.