उत्तर प्रदेश

Meerut: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम शहर में ठप हुआ

Admindelhi1
4 Nov 2024 5:22 AM GMT
Meerut: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम शहर में ठप हुआ
x
वेतन-डीजल नहीं मिलने से थम गईं शहर में 171 कूड़ा गाड़ियां

मेरठ: समय पर वेतन और डीजल के पैसे का भुगतान न होने के कारण डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम शहर में ठप हो गया. 171 गाड़ियों के ड्राइवर-हेल्पर ने वेतन नहीं मिलने पर और पेट्रोल पंपों से डीजल नहीं देने पर हड़ताल हो गई. ड्राइवर और हेल्पर ने समय पर वेतन भुगतान न होने और डीजल नहीं दिये जाने पर गाड़ियों को निकालने से मना कर दिया. वहीं बीवीजी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि कर्मचारियों को मनाने की कोशिश की जा रही है.

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन ठप होने से शहर की सफाई व्यवस्था बेपटरी हो गई. वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए गाडियां वार्डों में नही पहुंची, जिसके चलते वार्डों में गंदगी पसरी रही. घरों में कूड़े का ढेर लगा रहा. दीपावली जैसे त्योहार में अचानक इस तरह की स्थिति होने से लोग परेशान हो गए. शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का जिम्मा नगर निगम ने बीवीजी कम्पनी को दिया हुआ है. कम्पनी में आए दिन किसी न किसी बात पर विवाद होता रहता है.

ड्राइवर और हेल्पर ने समय पर वेतन न दिये जाने को लेकर हड़ताल कर दी. उधर, लाखों रुपये का बिल हो जाने पर कूड़ा गाड़ियों को पेट्रोल पंप संचालकों ने डीजल देने से मना कर दिया.

कूड़ा गाड़ियों के चालकों ने गाड़ियों की चाबी डिपों संचालक के हाथ सौंप कर हड़ताल का ऐलान कर दिया. एक भी कूड़ा गाड़ी डिपो से नहीं निकली.

बीवीजी कम्पनी के ड्राइवर और हेल्परों ने वेतन को लेकर हड़ताल की थी. समय पर वेतन देना बीवीजी कंपनी की जिम्मेदारी है. इसके लिए सभी को नोटिस जारी किया जा रहा है. डीजल का नहीं मिलना भी वजह हो सकती है. इसको लेकर फर्म से बात की जा रही है और फर्म को भी नोटिस दिया जाएगा. - डॉ. हरपाल सिंह, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी.

समय पर नहीं मिलता वेतन, कैसे चलेगा घर

ड्राइवर और हेल्पर ने कहा कि कूड़ा गाड़ियों को चलाने के बदले किसी महीने समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. अगस्त तक का ही वेतन मिला है. ऐसे में वे घर कैसे चलाएंगे. वे त्योहार कैसे मनाएंगे. आरोप लगाया कि कंपनी कहती है कि उन्हें नगर निगम से कई माह से पैसा नहीं मिल रहा है. ऐसे में वेतन, बोनस नहीं दे सकते. अब तो पेट्रोल पंप संचालकों ने डीजल देने से मना कर दिया. बाध्य होकर उन्होंने हड़ताल किया है.

यह सही है कि डोर-टू-डोर कूड़े की गाड़ियां नहीं निकली. ड्राइवर और हेल्पर वेतन का तारीख तय करने की मांग कर रहे. कंपनी को मई से नगर निगम से भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में कंपनी कैसे सैकड़ों कर्मचारियों को समय पर वेतन दे. डीजल भी अब नहीं मिल पा रहा. आज वार्ता कर कोई रास्ता निकाला जाएगा. - सलील कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, बीवीजी.

Next Story