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Meerut: मनी लांड्रिंग का आरोप लगाकर किया डिजिटल अरेस्ट
मेरठ: मनी लांड्रिंग केस में शामिल होने का आरोप लगा कर मरीन इंजीनियर एके सिंह को साइबर ठगों ने दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया. इससे मरीन इंजीनियर काफी डर गया था. उसे कुछ समझ नहीं आया. पत्नी ने कॉल नहीं करने के बारे में पूछा. जिस पर इंजीनियर ने कहा कि तुम चिंता मत करो. मैं एक सीक्रेट मिशन पर हूं.
अब तो सीबीआई से बात करनी होगी
गिरफ्तारी वारंट की बात सुनाई देने के बाद कथित दरोगा ने एके सिंह को बताया कि मामला सीबीआई तक पहुंच गया है. आपको सीबीआई अधिकारी राजेश मिश्रा से बात करनी पड़ेगी. एके सिंह ने राजेश से बात की. जिसने बताया कि नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस में एके सिंह भी आरोपी है. उन्होंने केनरा बैंक में अकाउंट खोला है. जिसमें एके सिंह के आधार कार्ड का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे में गिरफ्तारी की जाएगी.
आप डिजिटल अरेस्ट है...किसी से सम्पर्क न करें मनी लांड्रिंग में शामिल होने का आरोप मढ़ने के बाद कथित सीबीआई अधिकारी ने एके सिंह को डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही. उस वक्त एके सिंह दिल्ली में थे. ऐसे में होटल के कमरे में ही उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया गया. इस दौरान वीडियो कॉल लगातार चालू रही. एसके सिंह के मुताबिक 27 से 29 सितंबर तक वह डिजिटल अरेस्ट थे. इस दौरान पत्नी ने हालचाल के लिए फोन किया था. पर, डर के कारण उन्होंने डिजिटल अरेस्ट की जगह सीक्रेट मिशन पर होने की जानकारी पत्नी को दी थी.
पीड़ित के मुताबिक 29 सितंबर की सुबह वह दिल्ली से फ्लाइट लेकर लखनऊ आए. इस दौरान भी उन्हें किसी से सम्पर्क करने से मना किया गया था. लखनऊ पहुंचने के बाद कथित सीबीआई अधिकारी ने कहा कि आपके खाते की भी जांच होगी. इसलिए जितने भी रुपये हैं हमारे बताए खातों में ट्रांसफर करिए. डर के कारण एके सिंह ने करीब 84 लाख रुपये ठगों के बताए 11 खातों में जमा किए थे.
दोस्त के दबाव बनाने पर बताया सच घर लौटने के बाद एके सिंह का व्यवहार ठीक नहीं था. वह काफी डरे हुए थे. यह बात इंजीनियर के दोस्त को पता चली. काफी पूछताछ करने पर एके सिंह ने डिजिटल अरेस्ट किए जाने की बात कही. जिसे सुन कर दोस्त भी दंग रह गया. उसने बताया कि तुम डिजिटल अरेस्ट नहीं हुए हो बल्कि ठगों के जाल में फंस चुके हो. जिसके बाद पीड़ित ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया. इंस्पेक्टर साइबर सेल बृजेश यादव के मुताबिक जिन खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं. उन्हें फ्रिज कराने का प्रयास किया जा रहा है.
राजधानी के लोग पहले भी फंसकर गंवा चुके हैं रकम
● पीजीआई में तैनात डॉ. रुचिका टण्डन को डिजिटल अरेस्ट कर दो करोड़ 81 लाख हड़पे
● गोमतीनगर के उमेश चंद्र से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 70 लाख की ठगी
● फर्जी एसपी ने युवती को डिजिटल अरेस्ट कर 70 हजार ऐंठे
● कवि नरेश सक्सेना को डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने शेर सुने
● जेल भेजने की धमकी देकर शिक्षिका को किया डिजिटल अरेस्ट