उत्तर प्रदेश

एमबीबीएस के छात्र टीबी मरीजों के गांव गोद लेंगे

Admin Delhi 1
17 July 2023 12:52 PM GMT
एमबीबीएस के छात्र टीबी मरीजों के गांव गोद लेंगे
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प्रतापगढ़ न्यूज़: डॉक्टर की पढ़ाई करने बेल्हा आए एमबीबीएस के छात्र भी टीबी से लड़ाई में डॉक्टरों के कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे. छात्रों को टीबी मरीजों के गांव गोद दिए जाएंगे. अपने गोद लिए गांव को टीबी मुक्त कराने की जिम्मेदारी एमबीबीएस के छात्र की होगी.

देश को 2025 तक टीबी से मुक्त घोषित करने के लिए पहले ग्राम पंचायतों से टीबी को भगाना होगा. इसके लिए सरकार टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान चला रही है. मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वकील अहमद टीबी के नोडल अफसर हैं. उन्होंने बताया कि इस बार टीबी को लेकर हुई कोर कमेटी की त्रैमासिक बैठक में निर्णय हुआ है कि जिन गांव में टीबी के मरीज हैं उन्हें एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों को गोद दिए जाएंगे. मेडिकल छात्र अपने गोद लिए गांव में टीबी के मरीजों की पहचान करेगा, उनका रस्ट्रिेशन कराएगा, इलाज के लिए संबंधित अस्पताल भेजेगा. गांव में लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करेगा. मरीजों के इलाज की प्रगति पर नजर रखेगा और उसे रिकार्ड में दर्ज करेगा. छात्र को अपने गोद लिए गांव को टीबी मुक्त करने में स्वास्थ्य विभाग की अन्य टीमों का भी सहयोग मिलेगा.

ड्रग रजिस्टेंस टीबी मरीजों के लिए नया वार्ड टीबी मरीजों का इलाज जितनी जल्द शुरू हो जाए मरीज को उतना ही अधिक स्वाथ्य लाभ होता है. लेकिन कई मरीज दवा बीच में ही बंद कर देते हैं, या खाना भूल जाते हैं. ऐसे मरीजों का शरीर दवा के प्रति रजिस्टेंस बना लेता है इसलिए दवाएं उस पर असर नहीं करतीं. ऐसे मरीजों को अब तक प्रयागराज में भर्ती कर इलाज किया जाता है. लेकिन डॉ. वकील अहमद का कहना है कि अब ऐसे मरीजों को जिले के बाहर भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी. मेडिकल कॉलेज में ऐसे मरीजों को भर्ती कर उच्च स्तर की निगरानी में इलाज शुरू करने के लिए नया वार्ड बनाया जाएगा.

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