- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- Mathura: आकर्षक दिखने...
Mathura: आकर्षक दिखने लिए युवा करा रहे है कॉस्मेटिक सर्जरी
मथुरा: आकर्षक दिखने लिए युवक-युवतियां प्लास्टिक सर्जरी से चेहरा बदलवा रहे हैं. निशान, झुर्रियां, दाग, टेढ़ी-दबी नाक व कान की विकृति वाले युवाओं में सर्जरी की मांग बढ़ी है. पीजीआई और केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में हर माह 50 युवक-युवतियां आ रहे हैं. इनमें 90 फीसदी 20 से 30 वर्ष के युवा हैं.
विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस हर वर्ष 15 को मनाया जाता है. इस वर्ष की थीम फॉर्म और फंक्शन है. इस मौके पर केजीएमयू प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. विजय कुमार का कहना है कि चेहरे की खूबसूरती को लेकर युवा संजीदा हैं. जन्मजात या किसी हादसे से टेढ़ी-दबी नाक, चेहरे पर झुर्रियां, गर्दन, हाथ व पैर में निशान और गंजेपन का उपचार कॉस्मेटिक सर्जरी से संभव है.
सौंदर्य के लिए सर्जरी की 12 तकनीक उपलब्ध: पीजीआई प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव अग्रवाल का कहना है कि नाक की विकृति ठीक करने की कॉस्मेटिक सर्जरी में 12 तकनीकें हैं. चेहरे पर झुर्रियां, सफेद दाग, गर्दन, पैर व हाथ में चोट के निशान, कान विकृति सर्जरी कराने युवा व बड़े आ रहे हैं. सफेद दाग का इलाज स्किन रीप्लेसमेंट के जरिए संभव है. डॉ. राजीव ने बताया कि दबी व टेढ़ी नाक को राइनोप्लास्टी सर्जरी से ठीक किया जाता है. इससे युवाओं की खूबसूरती बढ़ जाती.
बैंक कर्मी 30 वर्षीय राजेश सक्सेना के होंठ एक सड़क हादसे में चोट की वजह से फट गए थे. सर्जरी के बाद गाल में निशान पड़ गया था. लोगों के टोकने पर राजेश असहज महसूस करते थे. उन्होंने केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में कॉस्मेटिक सर्जरी कराई. अब होंठ के साथ ही गाल का निशान दूर हो गया है.
मल्टीनेशनल कम्पनी में काम करने वाली गोमतीनगर निवासी 28 वर्षीय शिवानी की नाक के ऊपर का हिस्सा जन्मजात चपटा था. सहयोगियों के चिढ़ाने पर वह असहज महसूस करती थीं. आखिर में पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टर की मदद से नाक की राइनोप्लास्टी सर्जरी कराई. अब नाक बिल्कुल सामान्य हो गई है.