उत्तर प्रदेश

मथुरा वासियों को मिलेगा 125 एमएलडी साफ किया यमुनाजल

Admin Delhi 1
12 Aug 2023 11:44 AM GMT
मथुरा वासियों को मिलेगा 125 एमएलडी साफ किया यमुनाजल
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2025 तक तैयार हो जाएगी परियोजना

मथुरा: महानगर की समस्याओं के समाधान के लिए बना संगठन मथुरा-वृंदावन टॉक की बैठक में नगरायुक्त अनुनय झा ने कई अच्छी खबरें ब्रजवासियों को बतायीं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक मथुरा की पेयजल समस्या का पूरी तरह समाधान हो जाएगा. इसके लिए 125 एमएलडी पानी यमुनाजल को शोधित कर दिया जाएगा.

डैंपियर नगर स्थित हीरा क्रिस्टल में आयोजित बैठक में महानगर के प्रतिष्ठित लोग मौजूद थे. बैठक में उपस्थित लोगों ने मुख्य रूप से पेयजल और जलभराव की समस्या रखी. साथ ही कहा कि सड़कें बनने के बाद किसी न किसी विभाग द्वारा खोदा जाना सही नहीं है. बैठक में नगरायुक्त अनुनय झा ने कहा कि पेजयजल समस्या समाधान के लिए शासन स्तर पर एक बड़ी योजना बनायी गई है. इसकी घोषणा जल्दी ही होने वाली है. उन्होंने बताया कि मथुरा को इस समय करीब 110 एमएलडी की है. गंगाजल की आपूर्ति लगभग 25 एमएलडी हो रही है. बाकी का पानी नगर निगम अपने ट्यूबवेलों से कर रहा है. उन्होंने कहा कि अब जो योजना बनी है उसके तहत यमुनाजल को ट्रीटमेंट कर पेयजलापूर्ति की जाएगी. करीब 381 करोड़ रुपये की यह परियोजना है, जिसके तहत 125 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाएगी. इसके बाद पेयजल संकट बिलकुल समाप्त हो जाएगा. उन्होंने बताया कि हमने पानी की सप्लाई का जो हिसाब लगाया है वह महानगर के लोगों को देखते हुए ही नहीं बनाया है, बल्कि वर्ष में करीब छह-सात करोड़ जो श्रद्धालु आते हैं उनको भी शामिल किया गया है. गौरतलब है कि मथुरा में पीने के पानी की समस्या काफी गंभीर रूप ले चुकी है. इसके लिए कई योजनाएं बनने के बाद भी अभी तक इसका समाधान नहीं हो सका है.

उद्यमियों को दिया राहत का आश्वासन नेशनल चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ब्रजवासी और उद्यमी केडी अग्रवाल ने उद्योगों से बसूला जा रहे टैक्स का मुद्दा रखा. उनका कहना था कि औद्योगिक क्षेत्र में निगम सुविधा नहीं दे रहा लेकिन टैक्स वसूल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि इसी तरह निगम उद्योगों को पानी नहीं दे रहा लेकिन वाटर टैक्स बसूल रहा है. या तो निगम पानी दे या फिर वाटर टैक्स न वसूले. इस पर नगरायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस पर विचार किया जा सकता है. वह अपनी इस समस्या से संबंधित एक पत्र उन्हें दे दें. वह बोर्ड की बैठक में इस पर विचार कर सकते हैं.

ये रहे मौजूद बैठक का संचालन राजेंद्र हाथी वाला ने किया. राजीव अग्रवाल, संजीव गर्ग, नीरव निमेष, वीरेंद्र गोयल, विपिन अग्रवाल, केडी अग्रवाल, विनोद खंडेलवाल, मूल चंद गर्ग आदि मौजूद रहे.

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