उत्तर प्रदेश

Mathura: रोगी को पांच दिन तक इंतजार के बाद भी आईसीयू का बेड नहीं मिला

Admindelhi1
10 Dec 2024 9:22 AM GMT
Mathura: रोगी को पांच दिन तक इंतजार के बाद भी आईसीयू का बेड नहीं मिला
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लोहिया से रोगी को भेजा निजी अस्पताल

मथुरा: लोहिया संस्थान से दिनदहाड़े मरीजों को निजी अस्पताल में शिफ्ट का खेल चल रहा है. दोपहर में एक मरीज को सुरक्षा गार्डों के सामने से निजी एंबुलेंस परिसर के अंदर से शिफ्ट कराकर बाहर के दूसरे अस्पताल ले गई. परिवारीजनों के मुताबिक उनके गंभीर मरीज को आईसीयू में बेड की बहुत अधिक जरूरत थी. पांच दिन तक इंतजार के बाद भी आईसीयू का बेड नहीं मिला.

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का सख्त निर्देश है कि कोई भी खाली निजी एंबुलेंस सरकारी अस्पताल या संस्थान में नहीं जा सकेगी. लोहिया संस्थान के अफसरों की लापरवाही से निजी एंबुलेंस बेधड़क परिसर में ले जाकर दलाल मरीजों को शिफ्ट करा रहे हैं.

महाराजगंज निवासी तेजपाल (65) को परिवारीजनों ने पांच दिन पहले लोहिया संस्थान में भर्ती कराया था. तेजपाल ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं. ब्लड कैंसर के गंभीर मरीज को जनरल वार्ड में भर्ती करके इलाज दिया जा रहा था. परिवारीजनों का आरोप है कि पांच दिन बाद भी आईसीयू बेड नहीं मिला. दोपहर निजी एंबुलेंस संस्थान में दाखिल हुई. मरीज को शिफ्ट किया.

मरीज से वसूली, दो संविदा कर्मचारी हटाए गए

लोहिया संस्थान में ओपीडी पंजीकरण में मरीजों से अवैध वसूली का खुलासा हुआ है. पंजीकरण के एवज में मरीजों से तय रकम से अधिक की वसूली कर रहे थे. शिकायत के आधार पर संस्थान प्रशासन ने गुपचुप जांच कराई. जिसमें अवैध वसूली के खेल का पता चला. इसके बाद संस्थान प्रशासन ने दो संविदा कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया है. संस्थान में पंजीकरण 100 रुपए में होता है. कुछ विभागों की ओपीडी में मरीजों की संख्या सीमित हैं. इस व्यवस्था का कुछ संविदा कर्मचारी फायदा उठा रहे हैं.

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