उत्तर प्रदेश

मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने लिया क्षेत्र के विकास कार्यों का जायजा, संपन्न हुई ब्रज चौरासी कोस की यात्रा

Renuka Sahu
24 April 2022 5:45 AM GMT
मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने लिया क्षेत्र के विकास कार्यों का जायजा, संपन्न हुई ब्रज चौरासी कोस की यात्रा
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फाइल फोटो 

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले की सांसद हेमा मालिनी ब्रज के चौरासी कोस की यात्रा संपन्न हो गई है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) जिले की सांसद हेमा मालिनी (MP Hema Malini) ब्रज के चौरासी कोस की यात्रा संपन्न हो गई है. बता दें कि वे दौरा कर वहां के विकास कार्यों का जायजा ले रही थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) द्वारा ब्रज को अधिक सुंदर एवं उत्तम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया था. जिसमें ब्रज की जिम्मेदारी दी गई थी और ब्रिज को किस तरह से अधिक सुंदर बनाया जा सके. ब्रज की होने वाली चौरासी कोस यात्रा में श्रद्धालुओं को सुविधा और बेहतर प्रदान हो सके. इसके लिए इस परिषद का गठन किया गया था. जिसके बाद उत्तर प्रदेश ब्रज विकास परिषद ने ब्रज में कई काम किए. वहीं इन्हीं कामों की निगरानी सांसद हेमा मालिनी कर रही हैं.

दरअसल, उत्तर प्रदेश ब्रज विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्रा और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी के मार्गदर्शन पर ब्रज चौरासी कोस यात्रा का शुभारंभ किया गया. जिसमें सांसद हेमा मालिनी ब्रज चौरासी कोस यात्रा कर रही हैं. चौरासी कोस यात्रा के साथ-साथ वह उत्तर प्रदेश ब्रिज विकास परिषद द्वारा ब्रज के अंदर और मंदिरों के लिए जो भी काम किए गए हैं उनका भी निगरानी कर श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं को भी देख रही हैं.
हेमा मालिनी की ब्रज चौरासी कोस यात्रा हुई खत्म
वहीं, बीते 17 अप्रैल से शुरू हुई चौरासी कोस यात्रा शनिवार को यानी 23 अप्रैल को समाप्त हुई. जहां पर मथुरा जिले के सांसद हेमामालिनी ने गरुड़ गोविंद मंदिर आकर उसके बाद देवराहा बाबा समाधि पर पहुंचकर अपनी यात्रा को विश्राम दिया. लगभग 7 दिन की चौरासी कोस यात्रा में सांसद हेमा मालिनी ने लगभग 401 किलोमीटर की यात्रा तय की जिसमें उन्होंने 43 गांव का भ्रमण किया और 32 पड़ाव स्थल और अष्ठ सखियों के गांव की भी निगरानी कर रही है.
बता दें कि सांसद मथुरा हेमा मालिनी ने इच्छा व्यक्त की चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में प्रत्येक पड़ाव स्थल पर टॉयलेट, पेयजल व्यवस्था, सोलर लाइट, एप्रोच मार्गो का जीर्णोद्धार और पूरे परिक्रमा मार्ग पर हर किलोमीटर पर साइनेज बोर्ड लगाकर श्रद्धालुओं को इस तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए. जिसके बाद चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग को विश्व विरासत के नक्शे पर लाया जा सके. वहीं, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्र ने अपनी पूरी टीम को निर्देशित किया कि वह चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में किए गए समस्त बिन्दुओ के अध्ययन एवं बारीकियों को DPR में समाहित कराएं.
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