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उत्तर प्रदेश
महायोजना-2031 पर आज लगेगी मुहर, दोगुना बढ़ जाएगी गोरखपुर विकास प्राधिकरण की सीमा
Renuka Sahu
22 March 2022 4:16 AM GMT
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फाइल फोटो
गोरखपुर विकास प्राधिकरण की महायोजना 2031 का प्रारूप मंगलवार को जीडीए बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की महायोजना 2031 का प्रारूप (ड्राफ्ट) मंगलवार को जीडीए बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। दोपहर 12 बजे से जीडीए सभागार में मंडलायुक्त/अध्यक्ष जीडीए रवि कुमार एनजी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में चर्चा के बाद महायोजना के प्रारूप पर मुहर लगने की उम्मीद है।
मंजूरी मिलने के बाद जनता के सुझावों और आपत्तियों के लिए इस प्रारूप को जीडीए की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। आपत्तियों एवं सुझावों के निस्तारण के बाद संशोधित ड्राफ्ट को अंतिम प्रकाशन के लिए शासन को भेज दिया जाएगा। नई महायोजना पर अमल हुआ तो जीडीए की सीमा करीब सवा दो गुना बढ़ जाएगी। मुंडेरा बाजार, पीपीगंज और पिपराइच नगर पंचायतें भी प्राधिकरण के दायरे में आ चुकी हैं। विस्तारित क्षेत्र को भी महायोजना-2031 में शामिल किया गया है।
महायोजना के साथ ही जीडीए के बजट पर भी बैठक में मुहर लगाने की चर्चा है। बजट में शहर में सड़क और नालियों के निर्माण पर भी चर्चा की जाएगी। जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह का कहना है कि बोर्ड की बैठक मंगलवार को दोपहर 12 बजे से जीडीए सभागार में होगी। बैठक में महायोजना-2031 के प्रारूप को मंजूरी के लिए रखा जाएगा। इसके साथ ही प्राधिकरण के बजट पर भी चर्चा होगी। इससे नए गोरखपुर के निर्माण की नीव पड़ेगी।
मिलेगी राहत
महायोजना-2031 में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव किए गए हैं। लंबे समय से विनियमितीकरण के दायरे में आने के कारण शहर के बड़े क्षेत्रफल में मानचित्र पास नहीं हो पाता है। इस महायोजना में इन भूखंडों का भू उपयोग आवासीय कर यहां बन चुके आवासों को नियमित करने की तैयारी है। 25 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किया जा सकेगा। इसके साथ ही देवरिया बाईपास रोड के दोनों ओर वाणिज्यिक भू उपयोग किया जा रहा है, जिससे यहां संचालित व्यावसायिक प्रतिष्ठान वैध हो सकेंगे। अभी तक यहां का भू उपयोग आवासीय है।
मिश्रित भू-उपयोग को मंजूरी से खुलेंगे शोरूम
शहर की कई प्रमुख सड़कों के दोनों ओर भी मिश्रित भू उपयोग करने की तैयारी है। इसी तरह सभी फोरलेन, गोरखपुर-कुशीनगर मार्ग के दोनों ओर 300 मीटर दायरे का भू उपयोग वाणिज्यिक करने की तैयारी है। कुसम्ही से आगे नया गोरखपुर बसाने का प्रस्ताव भी है। कालेसर-जंगल कौड़िया फोरलेन के दोनों ओर भू उपयोग औद्योगिक किया जा रहा है, जिससे यहां नए उद्योगों के लिए जमीन मिल सकेगी। महराजगंज से आने वाली सड़क के जंक्शन पर बस अड्डा बनाने की तैयारी है। गोड़धोइया नाले के दोनों ओर बाजार स्ट्रीट का प्रावधान किया जा रहा है।
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