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बड़ी खबर
वाराणसी। नॉन बैंकिंग कंपनी इंडस वेयर इंड्रस्टीज लिमिटेड बनाकर देश के 10 राज्यों के लोगों से ठगी करने वाले गिरोह को वाराणसी पुलिस ने लखनऊ से अरेस्ट किया है। 300 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी के सरगना अरुणेश सीता वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस के हत्थे चढ़ा है। अरुणेश सीता के अलावा उसके गिरोह का अहम सदस्य बालचंद चौरसिया बलिया से गिरफ्तार किया गया है। दोनों को पुलिस ने आज वाराणसी की अदालत में पेश किया है। इसके साथ ही कोर्ट से पुलिस दोनों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है।
2010 से शुरू किया था ठगी
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि पटना का मूल निवासी अरुणेश सीता पहले रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस (RLI) में रीजनल मैनेजर के पद पर बिहार और पश्चिम बंगाल में काम करता था। वर्ष 2010 में उसने अपने साथियों अनिल त्रिवेदी और राशिद के साथ मिलकर इंडस वेयर इंड्रस्टीज लिमिटेड और अन्य कंपनियां खोलकर पोंजी स्कीम का धंधा दिल्ली से शुरू किया। फिर, देश के कई शहरों में इस नेटवर्क को फैलाया। अपनी कंपनी में कई डायरेक्टर्स, लीडर्स और एरिया मैनेजर जैसे पदों पर अपने खास लोगों को बैठा कर आमजन को चार साल में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर ठगी का धंधा शुरू किया था।
5 भोजपुरी फिल्मों का प्रोड्यूसर रहा
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि अरुणेश और उसके गिरोह के लोग इन्वेस्टर से एफडीआर (Fix Deposit Reciept) और शेयर के नाम पर पैसे जमा कराते थे। अरुण उस पैसे से पश्चिम बंगाल के वर्धमान में होटल, पटना में बेशकीमती प्लॉट, दिल्ली में मॉल और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदा। अरुणेश ने एक फिल्म कंपनी भी लांच की थी। ठगी के पैसे ही वह पांच भोजपुरी फिल्में भी प्रोड्यूस किया। अरुणेश अपने लोगों को फाइव स्टार होटल में सक्सेस पार्टियां देता था।
एक दशक से बचता आ रहा था पुलिस से
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अरुणेश की तलाश उत्तर प्रदेश के आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन के साथ ही कई जिलों की पुलिस भी कर रही थी। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, नई दिल्ली सहित कई राज्यों में इस गिरोह के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। अरुणेश और बालचंद को सर्विलांस प्रभारी अंजनी पांडेय के नेतृत्व में नदेसर चौकी प्रभारी राजकुमार पांडेय और नाटीइमली चौकी प्रभारी सूरज तिवारी की टीम ने गिरफ्तार किया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि दोनों ठगों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 50 हजार रुपए का पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
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