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बड़ी खबर
आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएएमएस कॉपी प्रकरण में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें तीन लोग विश्वविद्यालय से जुडे़ हैं, जबकि एक आरोपी कॉपी बदलने के दूसरे गैंग का सरगना है। पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है। अब तक कॉपी प्रकरण में आठ की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि एक ने कोर्ट में सरेंडर किया था। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस और एमबीबीएस कॉपी प्रकरण में छात्र नेता राहुल पाराशर को कस्टडी रिमांड पर लिया गया था। आरोपी ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी थीं। इन जानकारी के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकडे़ गए आरोपियों में शिवकुमार दिवाकर, भीकम सिंह, उमेश और शैलेंद्र हैं। अभी तक ये माना जा रहा था कि केवल राहुल पाराशर ही कॉपी बदलने का गैंग चला रहा है, लेकिन ऐसे कई गैंग काम कर रहे हैं। इसमें शिवकुमार दिवाकर का भी गैंग है।शिवकुमार मुख्यत एमबीबीएस की कॉपी बदलता था। ये राहुल पाराशर के साथ भी काम करता था।
इसने बड़ी संख्या में एमबीबीएस के छात्रों की कॉपी बदलवाई है। उनकी सबकी सूची तैयार कर विवेचना में शामिल किया जाएगा। एसपी सिटी ने बताया कि शिवकुमार के अलावा बाकी के तीन आरोपी विवि के कर्मचारी हैं। इसमें भीकम सिंह छलेसर कैंपस स्थित एजेंसी का कर्मचारी है। इसका कॉपी बदलने में रोल पाया गया है। इसके अलावा उमेश विवि के मूल्यांकन केंद्र का कर्मचारी है। इसकी भी कॉपी बदलने में भूमिका मिली है। शैलेंद्र विवि के फार्मेसी विभाग का कर्मचारी है। ये कॉपी बदलने वाले गैंग को ब्लैंक कॉपी उपलब्ध करवाता था। माना जा रहा है कि इनके अलावा विश्वविद्यालय के और भी कर्मचारी इस खेल में शामिल हो सकते हैं।27 अगस्त को बीएएमएस की कापियां बदलने की जानकारी हुई। एक मुकदमा लिखा गया। टेंपो चालक को जेल भेजा गया। उसके बाद दिल्ली से डॉक्टर अतुल यादव को पकड़ा गया। सॉल्वर पुनीत और दलाल दुर्गेश ठाकुर की गिरफ्तारी हुई। बीएएमएस के 14 छात्रों की हर परीक्षा में हस्तलेख अलग निकले। इस संबंध में एक मुकदमा लिखा गया। इसके बाद एमबीबीएस की दो दर्जन से अधिक छात्रों की कापियों में हस्तलेख अलग मिला। इस संबंध में भी मुकदमा लिखाया गया। अभी तक तीन मुकदमे लिखाए जा चुके हैं। महत्वपूर्ण परीक्षाओं में कापियां बदलने के बहुत साक्ष्य पुलिस जुटा चुकी है। अभी तक आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि राहुल पाराशर ने कोर्ट में सरेंडर किया था।
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