उत्तर प्रदेश

10 साल की उम्र में बना डाली कई वेबसाइट्स और गेम्स

Manish Sahu
19 Aug 2023 1:14 PM GMT
10 साल की उम्र में बना डाली कई वेबसाइट्स और गेम्स
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उत्तरप्रदेश: अलीगढ़ में जय गंज के रहने वाले आशीष अग्रवाल की उम्र महज 10 साल है और सातवीं क्लास का छात्र हैं. आशीष ने कोविड के दौरान ऑनलाइन क्लासेस कर कंप्यूटर में महारथ हासिल की है. जिसे लोगों ने कंप्यूटर बॉय नाम दिया गया है. 10 साल की उम्र में आशीष अग्रवाल ने कंप्यूटर लैंग्वेज पर कई किताबें लिखी हैं. वह कोडिंग के मास्टर हैं.
आशीष अग्रवाल कंप्यूटर की डिजिटल किताबें जैसे कि पाइथन पर दो किताब, माइक्रोसॉफ्ट पर एक किताब इसके साथ ही वह जीमेल पर एक किताब लिख चुके हैं. इसके अलावा आशीष ने कुछ और किताबें लिखी हैं. आशीष ने अपने विद्यालय के साथ-साथ कुछ अन्य विद्यालयों की भी वेबसाइट डिजाइन की है. उनके पिता पेशे से एक अधिवक्ता है और माता हाउस वाइफ हैं. लेकिन आशीष की इस कंप्यूटर की दिशा में लगन को देखते हुए उसके माता-पिता अब पूर्ण रूप से आशीष का सहयोग कर रहे हैं.
लिख चुका है कम्प्यूटर पर 6 किताबें
10 साल के कंप्यूटर बाय आशीष बताते हैं कि वह 7वीं छात्र हैं. उन्होंने बताया कि मुझे कंप्यूटर में कोडिग की जानकारी है. वेब डेवलपमेंट, वेबसाइट बनाना, एप डेवलपमेंट एप बनाना. अभी तो मेने 1-2 ऐप बनाए हैं. मैंने 6 किताबें लिखी है. दो किताबें पाइथन पर और दो किताब माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के बारे में लिखी है.लएक किताब जीमेल के बारे में लिखी है. पाइथन एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हैं और यह एबीसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का एक सक्सेसर है. एक आसान सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जिससे आप अपने डेली टास्क को ऑटोमेट कर सकते हैं.
बनाता है गेम और वेबसाइट
आशीष ने बताया कि कंप्यूटर या लैपटॉप बाइनरी भाषा को समझता है, जिसमें सिर्फ 0,1 लेटर होते हैं. अभी तक तो मैंने 3-4 वेबसाइट डिजाइन की है. पहले मैंने कंपनी फ्री कोडिंग क्लास की. उसमें उन्होंने थोड़ा सा बेसिक बताया था, जिस को इंग्लिश आती है वह देखकर समझ लेंगे. कंप्यूटर में सब इंग्लिश में लिखा होता है. ऐसे ही मैंने सब समझ लिया. अब मैं खुद से ही कोडिंग करता हूं. आपको सारा जवाब मिल जाएगा आप गूगल पर सर्च कर सकते हैं. मैं आगे इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस आईइएस बनना चाहता हूं.
ये किताबें पाइथन पर हैं
हमने आशीष अग्रवाल द्वारा लिखी गई किताबों को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर फैसल अनवर से बात की. डॉ. फैसल अनवर ने बताया कि यह जैसा आपने दिखाया इसके ऑथर आशीष अग्रवाल हैं. मैंने नेट पर भी सर्च किया तो गूगल प्ले स्टोर में मैंने ये बुक देखी है. अमेजॉन में भी यह बुक है. यह आशीष अग्रवाल के नाम से किताबें हैं. यह किताबें पाइथन पर हैं. पाइथन एक आजकल का प्रॉमिनेंट लैंग्वेज है. मशीन लर्निंग, डाटा साइंस, पाइथन का मैंने देखा और एक एचटीएमएल का भी देखा, जो वेबसाइट प्रिंटिंग डेवलपमेंट में काम आता है. आज के लिए प्रॉमिनेंट लैंग्वेज है. किताबें बहुत अच्छी है कंटेंट मैंने नहीं देखा. टाइटल के हिसाब से यह मुझे यूजफुल किताबें लगी हैं.
इस तरह की किताबे लिखना बड़ी बात है
डॉ. फैसल अनवर ने बताया कि टाइटल से हम यह कह सकते हैं कि पाइथन की जो बुक बताई है. वह आजकल का जो डाटा साइंस है, मशीन लर्निंग है यह सारी चीज, उसके लिए प्रॉमिनेंट लैंग्वेज है. यह एक आसान लैंग्वेज है, इजी टू लर्न है, आजकल के बच्चे बहुत सीख रहे हैं. इन किताबों का बहुत रोल है. पाइथन आजकल हर चीज में यूज हो रहा है. डाटा साइंस में मशीन लर्निंग में. 10 साल के बच्चा इस तरह की किताबें नहीं लिख सकता अगर उसने लिखी है तो बहुत बड़ी बात है.
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