उत्तर प्रदेश

Lucknow: एकेटीयू में वन डे मास्टर्स ट्रेनर ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑन साइबर सेफ का आयोजन किया गया

Admindelhi1
17 Oct 2024 3:20 AM GMT
Lucknow: एकेटीयू में वन डे मास्टर्स ट्रेनर ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑन साइबर सेफ का आयोजन किया गया
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साइबर सुरक्षा पर पुलिस वालों की पाठशाला

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में बुधवार को इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से सीडैक और इनोवेशन हब के सहयोग से वन डे मास्टर्स ट्रेनर ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑन साइबर सेफ उत्तर प्रदेश का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से पुलिस के अधिकारियों, शिक्षकों और छात्रों ने भागीदारी की। कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा को लेकर मंथन किया गया। विशेषज्ञों ने कहा कि बहुत तेजी और विविध तरीके से साइबर क्राइम बढ़ रहा है। इससे निपटने के लिए सबसे जरूरी कदम है जागरूकता।

साइबर सुरक्षा को लेकर जितना अधिक सचेत रहेंगे उतना ही इसके शिकार होने से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए डीआईजी साइबर क्राइम पवन कुमार ने विभिन्न तथ्यों के आधार पर साइबर खतरे की ओर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज के दौर में साइबर क्राइम दुनिया की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। यह तेजी से फैल रही है। इसके फ्रॉड के तरीके भी रोज बदल रहे हैं। साइबर क्राइम करने वाला किसी को भी आसानी से अपना शिकार बना लेता है। जितनी तेजी से तकनीकी विकसित हो रही है उसी अनुसार उसके कई खतरे भी हैं। एसपी साइबर क्राइम राजेश कुमार यादव ने कहा कि हम डिजिटल युग में जी रहे हैं। हर काम डिजिटली हो रहा है।

तकनीकी के फायदे हैं तो कई तरह के खतरे भी हैं। साइबर क्राइम उन्हीं खतरों में से एक है। साइबर क्राइम का ज्यादातर शिकार पढ़े लिखे लोग हो रहे हैं। इसलिए साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता सबसे जरूरी है। पुलिसवालों को सबसे पहले खुद साइबर सुरक्षा और इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने की जरूरत है। फिर आम जनता को भी जागरूक करें।

सीडैक के एम जगदीश बाबू ने साइबर सुरक्षा के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला। वित्त अधिकारी केशव सिंह ने भी साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक होने को सबसे जरूरी बताया। संचालन वंदना शर्मा ने तो धन्यवाद इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने दिया।

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