उत्तर प्रदेश

Lucknow: एलडीए कॉलोनी अब गुरु तेग बहादुर नगर के नाम से जानी जाएगी

Admindelhi1
7 Aug 2024 5:24 AM GMT
Lucknow: एलडीए कॉलोनी अब गुरु तेग बहादुर नगर के नाम से जानी जाएगी
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लखनऊ: एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड का नाम बदलकर गुरु तेग बहादुर नगर कर दिया गया है. चौक स्थित कुड़ियाघाट परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 10 फुट ऊंची कांस्य की मूर्ति लगेगी. पूरे शहर में पानी लाइन लीकेज दुरुस्त करने के लिए 10 दिन और सीवर सुधारने की समय सीमा 20 दिन होगी.

इसके अलावा नगर निगम आउट सोर्सिंग से 30 नए अवर अभियन्ता रखेगा. इनमें 24 सिविल और छह विद्युत यांत्रिक के होंगे. नगर निगम मुख्यालय निर्माण की जिम्मेदारी केन्द्र की संस्था एनबीसीसी को दी गयी. महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी की बैठक में ये महत्वपूर्ण फैसले लिए गए.

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल की कुड़ियाघाट पर मूर्ति लगवाने के लिए विधायक डॉ. नीरज बोरा ने पत्र लिखा था. कार्यकारिणी में सदस्य अनुराग मिश्रा ने भी मूर्ति लगाने का मामला उठाया. चर्चा के बाद मूर्ति लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी. सिख समुदाय एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड का नाम बदलकर गुरु तेग बहादुर नगर रखने की मांग कर रहा था. उनकी भी मुराद पूरी हो गई. कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से नाम बदलने का प्रस्ताव पास कर दिया.

शहरी बेघरों के लिए बनेगा आश्रय गृह शहरी बेघरों के लिए नए आश्रय गृह बनेगा. इसके लिए नगर निगम ने हरिकंश गढ़ी मोहनलालगंज में करीब 20 हजार वर्गफुट जमीन दे दी है. इसे सूडा बनवाएगा. बिजनौर थाने के लिए दी गई जमीन हाईटेंशन लाइन के नीचे आने से अब इसकी जगह पास ही दूसरी जमीन देने को मंजूरी मिल गई.

कार्यकारिणी की बैठक में इस पर भी हुआ फैसला:

● नगर निगम के नए मुख्यालय कार्यालय के निर्माण का काम केन्द्र की संस्था एनबीसीसी को दिया गया

● वृन्दावन योजना सेक्टर छह गोल चौराहे का नाम परशुराम चौक

● शारदानगर रतनखण्ड में संत गाडगे जलाशय पार्क में संत गाडगे की प्रतिमा स्थापित होगी

● जमीन परीक्षण कर फैजुल्लागंज में नया ग्रीन श्मशान घाट बनेगा

कम्पनी चयन के लिए होंगे दोबारा टेण्डर

नगर निगम में रोजाना निकलने वाले 2000 मीट्रिक टन कचरे के निस्तारण के लिए कम्पनी का चयन नहीं हो पाया. इसके लिए टेण्डर में एक ही कम्पनी आयी थी. जिसके चलते कार्यकारिणी ने टेण्डर निरस्त कर दिया. नगर आयुक्त ने बताया कि अब दोबारा टेण्डर कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि दो से तीन साल के लिए ही टेण्डर होगा. इसके बाद कचरे से बिजली बनाने की परियोजना शुरू की जाएगी.

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