उत्तर प्रदेश

Lucknow: संयुक्त टीम ने अंतरराज्यीय सॉल्वर गैंग के चार सदस्य को दबोचा

Admindelhi1
20 Jan 2025 6:13 AM GMT
Lucknow: संयुक्त टीम ने अंतरराज्यीय सॉल्वर गैंग के चार सदस्य को दबोचा
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"प्रतियोगी परीक्षा में अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वर बैठाने का लेते थे ठेका"

लखनऊ: नगर कोतवाली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने बाग लखरांव पुल के पास से प्रतियोगी परीक्षाओं के अंतर्राज्यीय सॉल्वर गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से एक कार, छह मोबाइल, एक फर्जी आधारकार्ड, तीन एडमिट कार्ड और एक प्रश्नपुस्तिका बरामद हुई. यह गैंग प्रतियोगी परीक्षाओं में 10 लाख रुपये लेकर सॉल्वर उपलब्ध कराता था. गिरफ्तार आरोपियों में तीन गाजीपुर और एक बिहार का निवासी है. इस मामले में छह लोग फरार चल रहे हैं.

चार और पांच को संपन्न हुई यूपीसीसीएससीआर (जिला न्यायालयों में विभिन्न श्रेणियों के लिए स्टॉफ भर्ती परीक्षा) के लिए शहर के शिब्ली कालेज को केंद्र बनाया गया था. पुलिस ने को अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे सॉल्वर विकास कुमार निवासी असनिया कुआं थाना कदमकुआं पटना बिहार को गिरफ्तार किया था. इसके बाद अभ्यर्थी अनूप सागर निवासी मऊपारा, देवकली गाजीपुर को भी दबोच लिया. आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने के लिए पूरा गिरोह का काम कर रहा है. पुलिस को सूचना मिली कि सॉल्वर गैंग के कुछ लोग बाग लखरांव पुल के पास मौजूद हैं. पुलिस ने कार सवार सॉल्वर गैंग के सदस्य रामप्रवेश यादव निवासी चितावनपट्टी थाना जमानियां जनपद गाजीपुर, सुनील कन्नौजिया निवासी चौकिया थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर, अंकित गुप्ता निवासी इस्लामपुर थाना इस्लामपुर नालंदा बिहार (सॉल्वर) और अमित कुमार कन्नौजिया निवासी डोरा थाना सादात जनपद गाजीपुर को गिरफ्तार कर लिया. एसपी हेमराज मीना ने बताया कि गैंग के लोग करीब 10 लाख रुपये लेकर अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वर बैठाते थे. सरगना दुर्गेश तिवारी है. वह सॉल्वर उपलब्ध कराता है. सरगना सहित छह लोग फरार चल रहे हैं.

परीक्षा से पहले देने होते थे दो लाख रुपये: प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थी के स्थान पर सॉल्वर बैठाने के लिए लगभग 10 लाख रुपये की डील होती थी. इसमें दो लाख रुपये परीक्षा देने से पहले तथा शेष रुपये परीक्षा देने के बाद लिए जाते थे. इसमें सरगना दुर्गेश तिवारी मुख्य भूमिका रहती थी. वह बिहार से फर्जी आधारकार्ड तैयार कराकर प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए सॉल्वर की व्यवस्था करता था. यूपी में रामप्रवेश यादव, सुनील कन्नौजिया, बबलू यादव, श्रवण कुमार यादव, सूर्यकांत कुशवाहा उर्फ पिंटू प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए परीक्षार्थियों की तलाश कर उनके साथ डील करते थे. सॉल्वर गैंग के फरार आरोपियों की जनपद की पुलिस तलाश कर रही है. बिहार निवासी दुर्गेश तिवारी, विक्की कुमार और अमित फरार हैं.

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