उत्तर प्रदेश

Lucknow: साजिश रचकर झूठी लूट की सूचना देने वाले चार अभियुक्त गिरफ्तार

Admindelhi1
25 Oct 2024 3:38 AM GMT
Lucknow: साजिश रचकर झूठी लूट की सूचना देने वाले चार अभियुक्त गिरफ्तार
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झूठी लूट की घटना का हुआ खुलासा

लखनऊ: गोमतीनगर विस्तार पुलिस ने तीन लाख बीस हजार की फर्जी लूट की सूचना देने वाले चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी से पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि डायल 112 को 21 अक्टूबर को सूचना दी गई कि गीतापुरी चौराहे के निकट एक व्यक्ति से 3 लाख 20 हजार रुपए लूट लिये गये है। इस सूचना पर तत्काल 112 व थाना स्थानीय की पुलिस मौके पर पहुंची तो पीड़ित गौरव सिंह ने पुलिस को बताया कि जब वह महिला मित्र के घर जा रहा था विशाल सिंह व आकाश जिनसे पूर्व से विवाद चल रहा है इन लोगों ने असलहा लगाकर तीन लाख 20 हजार रुपए लूट लिये है।

पुलिस ने पीड़ित द्वारा विशाल सिंह व आकाश के खिलाफ लूट का प्रार्थना पत्र दिया गया। जिस पर तत्काल पुलिस द्वारा गहनता व जांच करते हुए आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज व टेक्निकल टीम तथा मुखबिरों को लगाकर जांच की गयी तो प्रथम दुष्ट्या घटना संदिग्ध प्रतीत हुई। जबकि पीड़ित द्वारा निरन्तर लूट की घटना कारित होने की बात करता रहा । इसके बाद पीड़ित द्वारा बताये गए आरोपी विशाल सिंह और आकाश को बुलाकर गहनता से जांच की गई तो उनकी उनकी कोई संलिप्ता नहीं पायी गयी। चूंकि मौके पर प्राप्त हुई सीसीटीवी फुटेज में पीड़ित जिस बैग को लेकर घर की गैलरी में प्रवेश किया था उसी बैग को दो लोग वापस ले जाते हुए दिखाई दिये थे।

अत: घटना के अनावरण के लिए पीड़ित के कार्यालय से लेकर घटनास्थल के आने के मार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज का गहनता से देखा गया तथा सर्विलांस व टेक्निकल टीम तथा मुखबिर लगाकर जांच की गयी तो ज्ञात हुआ कि गौरव का विशाल सिंह व आकाश मिश्रा से पूर्व से विवाद चल रहा था। इन लोगों को सबक सिखाने के लिए गौरव सिंह द्वारा अपने सगे भाई समीर व दोस्त आकाश यादव को यह बताया गया कि मैं आफिस सिब्रत ग्रुप आफ कम्पनी से एक बैग में तीन लाख 20 हजार रुपए लेकर आऊंगा। जिसे समीर व आकाश गीतापुरी चौराहे पर स्थित घर से लेकर चले जाएंगे वहां पर कैमरा लगा है । जिससे लूट की घटना प्रमाणित हो जायेगी और इल्जाम विशाल सिंह व आकाश मिश्रा पर लगा देंगे।

समीर व आकाश यादव को व्हाट्सएप पर ही काल करने के लिए गौरव द्वारा निर्देशित किया गया था तथा उसके द्वारा अपने कार्यालय से तीन लाख 20 हजार न प्राप्त कर आफिस के लिफाफों में पांच-पांच सौ की गड्डी के रूप में कागज भरा गया तथा उन लिफाफों को एक बैग में रखकर गौरव सिंह घटना स्थल पर लेकर आया था।

इस घटना को सही बताने के लिए गौरव द्वारा अपने मित्र अजीत सिंह को भी साथ में लिया गया। अभियुक्तों द्वारा फर्जी लूट की घटना पुलिस को बतायी गई। ताकि विशाल और आकाश को जेल भिजवाया जा सके। ऐसे में झूठी सूचना देने के आरोप में गौरव सिंह, समीर, अजीत सिंह और आकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

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