उत्तर प्रदेश

लखनऊ बेंच ने आदित्य हत्याकांड की रोजाना सुनवाई करने के दिए आदेश

Admindelhi1
18 March 2024 5:07 AM GMT
लखनऊ बेंच ने आदित्य हत्याकांड की रोजाना सुनवाई करने के दिए आदेश
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कोर्ट ने ताकीद किया है कि ट्रायल 31 अगस्त 2024 तक पूरा कर लिया जाए

लखनऊ: हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने रायबरेली के चर्चित आदित्य हत्याकांड में सत्र न्यायाधीश को आदेश दिया है कि वह पत्रावली को एक सप्ताह में तलब कर दिन-प्रतिदिन सुनवाई करें. कोर्ट ने ताकीद किया है कि ट्रायल 31 अगस्त 2024 तक पूरा कर लिया जाए अन्यथा सत्र न्यायाधीश के विरुद्ध प्रतिकूल निष्कर्ष दिया जाएगा.

यह आदेश न्यायमूर्ति राहुल चतुर्वेदी की एकल पीठ ने अभियुक्त सुरेश यादव की जमानत याचिका को निस्तारित करते हुए पारित किया. अभियुक्त की ओर से ट्रायल में देरी के आधार पर दूसरी जमानत याचिका दाखिल की गई थी. मामला रायबरेली के हरचंदपुर थाने का अक्टूबर 201 का है. छात्र आदित्य सिंह को सोमू ढाबा पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया और बाद में हत्या कर दी गई. ढाबे का मालिक सुरेश यादव अक्टूबर 201 से जेल में है. उसकी ओर से दलील दी गई कि अब तक अभियोजन के महज चार गवाह पेश किए गए हैं, सत्र न्यायाधीश ने एक आदेश में स्वीकार किया है कि मामले का वादी विचारण में सहयोग नहीं कर रहा है. इस पर न्यायालय ने उपरोक्त आदेश पारित किया.

पुरानी टाइल्स के खुलासे पर पीडब्ल्यूडी लीपापोती में जुटा

फुटपाथ पर पुरानी टाइल्स लगाने की रिपोर्ट एसई से मांगी है. बाहर होने से निरीक्षण नहीं कर पाया. लौटते ही करूंगा. निर्माण में लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी. - योगेश पवार, मुख्य अभियंता (मध्य क्षेत्र), पीडब्ल्यूडी

आशियाना के खजाना मार्केट चौराहे से स्मृति उपवन के बीच फुटपाथ पर पुरानी टाइल्स लगाने के खुलासे के बाद पीडब्ल्यूडी लीपापोती में जुट गया. महापौर ने जहां पुरानी टाइल्स लगाने में भ्रष्टाचार की शिकायत पीडब्ल्यूडी मंत्री से की. पीडब्ल्यूडी अब टाइल्स का काम एस्टीमेट में न होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया है. पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक पुरानी टाइल्स उखाड़कर नई टाइल्स लगाने का काम स्थानीय लोगों के दबाव में ठेकेदार ने किया.पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के निर्देश पर अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता सहित कई इंजीनियर पहुंचे. जेई ने बताया कि खजाना मार्केट स्थित मंदिर के सामने टाइल्स नीची थी, लोगों के दबाव में ठेकेदार ने टाइल्स उखाड़कर सतह ऊंचा कर लगा दी गई थी.

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